उप्र विकलांग सेवा समिति का होली मिलन समारोह आयोजित
मीरजापुर। त्योहारो से न केवल आपसी सौहार्द को बल मिलता है बल्कि त्योहार गंगा जमुनी तहजीब को बल भी प्रदान करते है। त्योहार को मिल जुल कर मनाना चाहिए इसमें किसी भी प्रकार का द्वेष और मनमुटाव का भाव नहीं होना चाहिए। यह बाते उत्तर प्रदेश विकलांग सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष जटाशंकर सिंह जहरीला ने रविवार को संगठन के तत्वाधान में आयोजित होली मिलन समारोह में उपस्थित दिव्यांग बन्धुओ को सम्बोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि होली का पर्व रंगो का पर्व होने के साथ-साथ आपसी भाईचारे का संदेश देने वाला पर्व है, जिसे सभी लोग मिलजुल कर मनाते है। यह पर्व न केवल रंगो के मिलन का पर्व है बल्कि दिलो के मिलन का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि होली का पर्व भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है इस पर्व पर दूशमन भी दोस्त बन जाते है और गले मिलकर सारे गिले सिकवे को भुलाकर आपसी कटूटता को खत्म कर एकता का संदेश देते है। इस दौरान दिव्यांग बन्धुओ ने एक दूसरे को अबीर, गुलाल लगाकर गले मिलते हुए बधाई दी, तो वही जमकर मिष्ठान और ठंडई का लुफ्त भी उठाया। कार्यक्रम के दौरान समिति से जुड़ी महिला दिव्यांग साथियों ने फाग गीत सुनाकर लोगो को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अन्त में उत्तर प्रदेश करी 9 गठित सरकार को बधाई देते हुए प्रदेश की प्रगति और उन्नति की दिशा में कार्य करने की अपेक्षा की गयी। उम्मीद की गयी कि यह सरकार दिव्यांग वृद्ध मजदूर, किसान, नौजवान, कामगर, व्यवसायी सहित समाज के सभी वर्ग के हित व सम्मान की दिशा में कार्य करेगी, ताकि समाज और प्रदेश को समस्याओं से निजात मिल सके। इस मौके पर राजेश बिन्द, विनोद सोनकर, राजकुमार मिश्रा, राकेश केशरवानी, रवि प्रकाश चैहान, महेश चैहान, निजाम अंसारी, रमाकान्त बिन्द, उमाकान्त गौतम, रामवृक्ष चैहान, किरन, सुनीता देवी, अकबरी बेगम, रूख्साना इत्यादि मौजूद रहे।
मीरजापुर। त्योहारो से न केवल आपसी सौहार्द को बल मिलता है बल्कि त्योहार गंगा जमुनी तहजीब को बल भी प्रदान करते है। त्योहार को मिल जुल कर मनाना चाहिए इसमें किसी भी प्रकार का द्वेष और मनमुटाव का भाव नहीं होना चाहिए। यह बाते उत्तर प्रदेश विकलांग सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष जटाशंकर सिंह जहरीला ने रविवार को संगठन के तत्वाधान में आयोजित होली मिलन समारोह में उपस्थित दिव्यांग बन्धुओ को सम्बोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि होली का पर्व रंगो का पर्व होने के साथ-साथ आपसी भाईचारे का संदेश देने वाला पर्व है, जिसे सभी लोग मिलजुल कर मनाते है। यह पर्व न केवल रंगो के मिलन का पर्व है बल्कि दिलो के मिलन का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि होली का पर्व भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है इस पर्व पर दूशमन भी दोस्त बन जाते है और गले मिलकर सारे गिले सिकवे को भुलाकर आपसी कटूटता को खत्म कर एकता का संदेश देते है। इस दौरान दिव्यांग बन्धुओ ने एक दूसरे को अबीर, गुलाल लगाकर गले मिलते हुए बधाई दी, तो वही जमकर मिष्ठान और ठंडई का लुफ्त भी उठाया। कार्यक्रम के दौरान समिति से जुड़ी महिला दिव्यांग साथियों ने फाग गीत सुनाकर लोगो को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अन्त में उत्तर प्रदेश करी 9 गठित सरकार को बधाई देते हुए प्रदेश की प्रगति और उन्नति की दिशा में कार्य करने की अपेक्षा की गयी। उम्मीद की गयी कि यह सरकार दिव्यांग वृद्ध मजदूर, किसान, नौजवान, कामगर, व्यवसायी सहित समाज के सभी वर्ग के हित व सम्मान की दिशा में कार्य करेगी, ताकि समाज और प्रदेश को समस्याओं से निजात मिल सके। इस मौके पर राजेश बिन्द, विनोद सोनकर, राजकुमार मिश्रा, राकेश केशरवानी, रवि प्रकाश चैहान, महेश चैहान, निजाम अंसारी, रमाकान्त बिन्द, उमाकान्त गौतम, रामवृक्ष चैहान, किरन, सुनीता देवी, अकबरी बेगम, रूख्साना इत्यादि मौजूद रहे।
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