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नाव संचालन के लिए सुझाए पांच बिन्दु, 
ताकि सुरक्षा और संरचना के साथ नाविकों की जीविका भी न हो प्रभावित
मीरजापुर। विंध्याचल क्षेत्र में गंगा नदी में नाव संचालन पर रोक लगने से नाविकों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस सम्बंन्ध में भाजपा मछुवा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रामबली निषाद ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप पांच शर्तो पर नाव संचालन की अनुमति प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि नाव संचालन को लेकर होने वाली असुविधाओं को दूर करते हुए बीच का रास्ता निकाला जाए ताकि किसी प्रकार का जोखिम भी ना रहे और नाविक समाज भी प्रसन्न रहे। उन्होंने बताया कि विगत कई वर्षो से सपा व बसपा शासन काल में नौका डूबने व नक्सलवादी आदि घटनाओं का खौफ दिखलाकर नौका संचालन को बंद करा दिया जाता था। जो एक प्रकार से सरासर अन्याय था। जबकि सड़क दुर्घटना भी होती रहती थी। परन्तु इन हादसों के बाद किसी प्रकार का रोक नहीं लगाया जाता केवल नाविकों को ही रोका जाता है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इनकी आवाज और पीड़ा को सुननें की बात तो दूर रही है इस पर विचार करने का भी जहमत नहीं उठाया है। जबकि यह समाज मतदान में जमकर अपनी भागेदारी सुनिश्चित करता है। उन्होंने प्रशासन को बीच का रास्ता सुझाते हुए सुझाव दिया कि नाविकों को 5 बिन्दुओं कि कोई नाविक चालक, संचालक शराब पीकर या नशे का सेवन कर नाव नहीं चलायेगा, कोई भी नाविक यात्रियों को घाट के उस पार छोड़ कर नहीं आयेगा, भार क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठायेगा, यात्रियों से मनमानी किराया नहीं वसूल करेगा, गंगा आरपार ले जाने, ले आने के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूभी निभायेगा। यदि इन पाचं बिन्दुओं, शर्ताे पर यदि नाविक स्वयं शपथ पत्र के साथ जिम्मेदारी ले रहा है तो उन्हें नौका संचालन की अनुमती प्रदान किया जाना चाहिए। ताकि नाविकों की रोजी रोटी चल सके। उन्होंने जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर दिलाते हुए नवरात्र मेले के दौरान विंध्याचल घाट पर नौका संचालन की अनुमती प्रदान करने की मांग की है।

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