बच्चे खाली पेट घर वापस लौटने को मजबूरचार माह से विद्यालय को नहीं मिल रहा राशन- हकीकत सिटी विकास खण्ड के प्राथमिक विद्यालय परवाराजधर का
मीरजापुर। जहां एक तरफ जनपद के प्राथमिक विद्यालयों मंे बच्चो का पेट भरने के लिए मध्याह्न भोजन योजना लागू की गयी है वहीं सिटी विकास खण्ड के प्राथमिक विद्यालय परवाराजधर में विगत चार माह से राशन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिससे बच्चों के मध्याह्न भोजना योजना पर संकट छाया हुआ है। प्रधानाध्यापक क्षमानन्द दुबे के मुताबिक बच्चों का पेट भरने के लिए अपने घर से अब तक पांच कुंतल चावल लाकर बच्चों को खिलाया गया। बताया। अब प्रश्न उठ रहा है कि बच्चों का पेट भरता होगा तो कैसे? इस बावत जब सम्बन्धित विकास खण्ड के पूर्तिनिरीक्षक से बातचीत की गयी तो उन्होंने कहा, कि इसके लिए खण्ड शिक्षाधिकारी जिम्मेदार हैं। उनके द्वारा आवंटन की मांग नहीं की गयी है। इसी तरह जब खण्ड शिक्षाधिकारी सिटी से पूछताछ की गयी तो उन्होंने कहा यह तो कागज देखने के बाद ही स्पष्ट होगा की खाद्यान आवंटन की मांग किया गया है कि नहीं। समाचार लिखे जाने तक खण्ड शिक्षाधिकारी ने इस सम्बन्ध में जानकारी देना मुनासीब न समझा। बच्चों के मुताबिक विद्यालय में आये दिन चावल का ही प्रयोग किया जा रहा है। रोटी के दर्शन नहीं हो रहे हैं। यदि प्रधानाध्यापक द्वारा किसी प्रकार रोटी का इंतजाम किया जा रहा है तो बच्चों को महज एक या दो रोटी तक ही संतोष करना पड़ रहा है।
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