भिवंडी। एम हुसेन। बिजली बिल का भुगतान न किए जाने के कारण बिजली विभाग ने भिवंडी राशन कार्यालय की बिजली खंडित कर दी है | जिसके कारण विगत 25 दिनों से भिवंडी राशन कार्यालय में अँधेरा छाया हुआ है | राशन कार्यालय में बिजली न होने से अँधेरे और गर्मी से परेशान कार्यालय के अधिकांश कर्मचारी बहाना बना कर कार्यालय से गायब रहते हैं | वहीं राशनकार्ड सम्बंधित काम को लेकर ज़रूरतमंद जनता प्रशासन की लापरवाही के कारण परेशान है |
गौरतलब हो कि भिवंडी प्रांत कार्यालय के ठीक सामने स्थित सरकारी वेयर हाउस परिसर में भिवंडी का राशन कार्यालय 37फ विगत 17 वर्षों से संचालित है | सूत्रों के अनुसार इस राशन कार्यालय का बिजली का बिल 85 हज़ार रूपए बकाया था, जिसके कारण बिल का भुगतान न करने से बिजली विभाग ने 25 दिन पूर्व कार्यालय की बिजली खंडित कर दी है | इसलिए कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी अँधेरे में काम करने पर मजबूर हैं | गर्मी और अँधेरे के कारण अधिकांश कर्मचारी बहाना बनाकर कार्यालय से गायब रहते हैं | वहीं राशन विभाग का काम लेकर आने वाली जनता को छोटे छोटे काम के लिए कार्यालय का बार बार चक्कर काटना पड़ रहा है | इस संदर्भ में भिवंडी के राशन अधिकारी मधुकर गिरी का कहना है कि उनके कार्यालय का बिजली बिल 85 हज़ार रूपए बकाया है | जिसे बिल भरने के लिए डिप्टी डायरेक्टर द्वारा मंज़ूरी मिलने में देरी होने के कारण बिजली आपूर्ति खंडित कर दी गई है | गिरी ने बताया कि अभी अधिकारियों द्वारा बिल भरने की मंज़ूरी मिल गई है | 2 मार्च को पार्ट पेमेंट द्वारा बिल भरा गया है, आजकल में बिजली आपूर्ति फिर से बहल हो जाएगी | बता दें कि भिवंडी राशन कार्यालय के अंतर्गत 177 सरकारी राशन की दुकानें हैं, जहां पर डेढ़ लाख से अधिक राशनकार्ड है | शासन प्रशासन की घोर लापरवाही पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए मज़दूर नेता शंकर आर चक्रवर्ती( मुन्ना) ने कहा कि इतनी बड़ी व्यवस्था को सम्भालने वाले सरकारी कार्यालय में इस तरह की लापरवाही की जांच होनी चाहिए और दोषी कर्मचारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए |
गौरतलब हो कि भिवंडी प्रांत कार्यालय के ठीक सामने स्थित सरकारी वेयर हाउस परिसर में भिवंडी का राशन कार्यालय 37फ विगत 17 वर्षों से संचालित है | सूत्रों के अनुसार इस राशन कार्यालय का बिजली का बिल 85 हज़ार रूपए बकाया था, जिसके कारण बिल का भुगतान न करने से बिजली विभाग ने 25 दिन पूर्व कार्यालय की बिजली खंडित कर दी है | इसलिए कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी अँधेरे में काम करने पर मजबूर हैं | गर्मी और अँधेरे के कारण अधिकांश कर्मचारी बहाना बनाकर कार्यालय से गायब रहते हैं | वहीं राशन विभाग का काम लेकर आने वाली जनता को छोटे छोटे काम के लिए कार्यालय का बार बार चक्कर काटना पड़ रहा है | इस संदर्भ में भिवंडी के राशन अधिकारी मधुकर गिरी का कहना है कि उनके कार्यालय का बिजली बिल 85 हज़ार रूपए बकाया है | जिसे बिल भरने के लिए डिप्टी डायरेक्टर द्वारा मंज़ूरी मिलने में देरी होने के कारण बिजली आपूर्ति खंडित कर दी गई है | गिरी ने बताया कि अभी अधिकारियों द्वारा बिल भरने की मंज़ूरी मिल गई है | 2 मार्च को पार्ट पेमेंट द्वारा बिल भरा गया है, आजकल में बिजली आपूर्ति फिर से बहल हो जाएगी | बता दें कि भिवंडी राशन कार्यालय के अंतर्गत 177 सरकारी राशन की दुकानें हैं, जहां पर डेढ़ लाख से अधिक राशनकार्ड है | शासन प्रशासन की घोर लापरवाही पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए मज़दूर नेता शंकर आर चक्रवर्ती( मुन्ना) ने कहा कि इतनी बड़ी व्यवस्था को सम्भालने वाले सरकारी कार्यालय में इस तरह की लापरवाही की जांच होनी चाहिए और दोषी कर्मचारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए |
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