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मनपा अग्निशमन विभाग
पूर्णतया संसाधनविहीन ।

10 लाख की जनसंख्या हेतु मात्र 3 अग्निशमन वाहन।परंतु नागरिकों की सुरक्षा के लिए मनपा प्रशासन है मौन।
पूर्णतया संसाधनविहीन ।

10 लाख की जनसंख्या हेतु मात्र 3 अग्निशमन वाहन।परंतु नागरिकों की सुरक्षा के लिए मनपा प्रशासन है मौन।

भिवंडी ( एम हुसेन ) भिवंडी मनपा प्रशासन शहर वासियों की सुरक्षा के जैसे मुद्दे पर निष्क्रियता बरत रही है. बतादें कि लगभग 10 लाख की जनसंख्या पर 3 अग्निशमन वाहन ही संचालित हैं जो दुर्घटनाओं से निपटने के लिए मनपा के पास मात्र यही यंत्रणा है . मनपा प्रशासन द्वारा मनपा क्षेत्र अंतर्गत 12 महले के टावर निर्माण की मंजूरी दी जा चुकी है परंतु दुर्घटना के समय रहिवासियों की जान बचाने की प्राथमिकता से आँखें पूर्णतया मूँद ली है. असंख्य नागरिकों की सुरक्षा के प्रति मनपा प्रशासन द्वारा निष्क्रियता बरतने के पश्चात शहरवासियों में भारी भय व्याप्त है.

गौरतलब हो कि भिवंडी मनपा प्रशासन की निष्क्रिय कार्यप्रणाली से शहर में रहने वाले लगभग 10 लाख लोगों पर भयंकर खतरा मंडरा रहा है जिससे इंकार नहीं किया जा सकता है. दुर्घटना के समय शहरवासियों की सुरक्षा का मुख्य प्रहरी मनपा अग्निशमन विभाग स्वयं रामभरोसे है. अग्निशमन दल विभाग सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी भी दुर्घटना के दौरान अग्निशमन विभाग केवल 3 महले तक ही लोगों की सुरक्षा किये जानें में सक्षम है जबकि मनपा प्रशासन की मंजूरी के बाद शहर के अधिकांश क्षेत्रों में 12 महले तक इमारत खडीं हो चुकी हैं तथा निर्माणाधीन है . दुर्घटना के घटित होनें पर अग्निशमन वाहन कल्याण, ठाणे, उल्हासनगर आदि शहरों से काल किये जानें तक भिवंडी में भारी नुकसान होने का मामला प्रकाश में आना आम बात है . सूत्रों की मानें तो, सुरक्षा नियमों के तहत 50 हजार की जनसंख्या पर शहर में 1 अग्निशमन दल यूनिट का होना नितांत आवश्यक एवं 2 लाख की जनसंख्या पर 3 अग्निशमन स्टेशन होना चाहिए. मनपा अग्निशमन विभाग के पास आवश्यक संसाधनों का भी पूर्णतया अभाव है. ऊंची इमारतों में दुर्घटना घटित होने के बाद बचाव उपाय के जरूरी सामान सहित कटर व आवश्यकता नुसार वाहन भी विभाग के पास न होनें से अन्यत्र से मंगाया जाना मजबूरी बनी हुई है . आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि, 10 लाख जनसंख्या वाले नागरिकों की सुरक्षा हेतु मनपा अग्निशमन विभाग के पास केवल 5 वाहन हैं जिनमें 2 सदैव खराब ही रहती है. तात्पर्य यह है कि, केवल 3 अग्निशमन वाहनों पर ही पावरलूम नगरी के मजदूरों व नागरिकों की सुरक्षा इसी पर निर्भर है ।

 मनपा अग्निशमन विभाग के सूत्रों के अनुसार, संसाधन के साथ ही अग्निशमन स्टाफ का भी भारी अभाव विभाग में है जिससे समूचा कामकाज बाधित हो रहा है. मनपा अग्निशमन विभाग में जनसंख्या के अनुसार कुल 665 कर्मचारी चाहिए जिसमें मात्र 102 अग्निशमन दल कर्मियों के भरोसे ही विभाग वर्षों से चल रहा है. शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर बढ़ती आगजनी की घटनाओं से नागरिकों की सुरक्षा को मनपा की लापरवाह कार्यप्रणाली से हानि होना आम बात है . यदि मनपा प्रशासन समय पूर्व नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई विशेष उपाय योजना नहीं करती तो निकट भविष्य में नागरिकों की सुरक्षा की समस्या निर्माण होने से इंकार नहीं किया जा सकता है जिसकी जिम्मेदार भिवंडी मनपा प्रशासन की होगी।

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