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भिवंडी। एम हुसेन। भिवंडी तालुका के मौजे मैंने गावं के किसानों को बहला फुसला कर उनकी भूखंड अवैध रूप से मुंबई के व्यापारियों ने अपने नाम करवा लिया है। जिसकी जानकारी होने पर किसानों ने इस संदर्भ में तहसीलदार को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई तथा भेंटवार्ता करने के लिए तहसीलदार श्रीमती वैशाली लंभाते के कार्यालय गए परंतु तहसीलदार इनकी फरियाद सुनने की अपेक्षा कार्यालय से बाहर निकल जाने का आदेश दिया अन्यथा किसानों के विरुद्ध कार्रवाई की धमकी दी। तहसीलदार की इस निष्क्रिय रवैये के विरुद्ध किसानों ने ठाणे जिला पालकमंत्री एकनाथ शिंदे से शिकायत की है।

गौरतलब है कि मुंबई निवासी व्यापारी देवेन्द्र अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, प्रभुदयाल अग्रवाल ने किसान ना होते हुए भी पूर्व सन 1994 में मैंदे गावं के 19 किसानों को खेती योजना की लालच देकर तथा कुछ पैसे देकर बबन गणपत पाटिल, गोपिका गोपाल पाटिल, चंद्र हिरू पाटिल, तुकाराम एस पाटिल, पावस देव हरीभाऊ पाटिल, अंबो भिवा ठाकरे, भिमा बाई बालाराम पाटिल, वामन विट्ठल पाटिल, चंद्रभागा देसले, विट्ठल बांगर पाटिल, नारायण बाबु पाटिल, भिमाबाई नारायण पाटिल हरीभाऊ बाबु पाटिल, परशुराम दगडू पाटिल, नारायण बाबु पाटिल, हरी भाऊ बाबु पाटिल, चंद्रभासा एन देसले, बालू अंबो पाटिल, भिवा बालु पाटिल इस कुल 19 किसानों की 90 एकर भूखंड का खरीद व्यवहार किया परंतु खरीद व्यवहार की कानूनी प्रक्रिया को पूरा न करते हुए उक्त अग्रवाल बंधुओं ने तलाठी व मंडल अधिकारी से सांठगांठ कर बोगस दस्तावेज तैयार कर अवैध रूप से 45 एकर भूखंड अपने नाम करवा लिया। जबकि अग्रवाल बंधु किसान भी नहीं है ंं। उक्त प्रकरण के प्रकाश में आने पर श्रमिक शक्ति संघटना के पदाधिकारी व किसानों ने प्रांताधिकारी डॉ संजय थिटे से भेंटवार्ता करते हुए ज्ञापन सौंप कर उक्त अवैध रूप से किया गया फेरफार को रद्द करें, तहसीलदार के विरुद्ध 8 दिनों में कार्रवाई की मांग की है अन्यथा किसानों को न्याय दिलाने के लिए तहसीलदार के विरुद्ध तीव्र आंदोलन करेंगे जिसकी सभी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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