प्रतापगढ़।। जनपद के स्वास्थ्य महकमे में प्रसव के बाद प्रसूता महिलाओं को अस्पताल में मिलने वाली खान पान की व्यवस्था में मिलने वाले पैसे का दुरूपयोग बड़े पैमाने गोल माल किया जारहा है ।वही 17 पीएससी व सीएससी के लिये कुल 85हजार रूपये एनआरऐचएम् द्वारा प्रसूताओं के नास्ते व खाने के लिये प्रति माह के आवंटित किया जाता है लेकिन इस व्यवस्था में प्रसूताओं के साथ सिर्फ छलावा कर इस योजना से मैंहेरुम किया जारहा है । वही विभागीय फाइलो में इस योजना का लेखा जोखा तो चाक चौबन्द है लेकिन हकीकत में इस योजना के पैसे में खूब बन्दर बाट कर पीएससी सीएससी प्रभारी व विभागीय अधिकारी अपनी जेबे गर्म कर विभाग को चुना लगा रहे हैं ।
बतादे कि प्रतापगढ़ जनपद में कुल 12 सीएससी व 5 पीएचसी है जहाँ प्रसूताओं के लिऐ प्रसव के बाद 24 घण्टे तक रखा जाता है और इस दौरान प्रसूताओं को सुबह नास्ते में दूध,ब्रेड,बटर,अण्ड दिये जाने की सुविधा है साथ ही दो मीटिंग के खाने की व्यवस्था में रोटी,दाल,सब्जी,चावल, के लिये NRHM द्वारा सभी सीएससी पीएचसी को प्रति माह 5हजार रूपये खाने के लिऐ धन निर्गत कराया जाता है इस योजना के तहत खाना बनाने केलिये इस्तियाक नामक संस्था को ठेका दिया गया है जिसके माध्यम से पुरे जनपद खाना बना कर सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर पहुँचने का जिम्मा दिया गया है लेकिन जिसे संस्थान को जिम्मा दिया गया है उसके पास खाना को स्ट्रोर की कोई व्यवस्था नही है वही जनपद के नगरीय अस्पताल से सुबह का नास्ता व दो मीटिंग का खाना बना कर 360 किलो मीटर का सफर तैय कर के खाना व नास्ता पहुँचने का काम किये जाने का जिम्मा भी होता है लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदार द्वारा किसी सीएससी व पीएचसी पर खाने की सपलाई नही की जाती है वही जिन प्रसूताओं को प्रसव के बाद 24 घण्टे अस्पताल में रोक कर जच्चा बच्चा का देख भाल किया जा सके लेकिन एयनम व स्टाफ नर्स प्रसव के 2 घण्टे बाद ही प्रसूताओं को डिस्चार्ज कर दिया जाता है जिसकी वजह से इस योजना का पैसा बचाकर पैसे का भुकतान प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा ठेके दार को कर बन्दर बाट कर इस योजना के 85 हजार रूपये का प्रति माह विभागीय कर्मचारी व अधिकारी डकार जा रहे है
बतादे कि प्रतापगढ़ जनपद में कुल 12 सीएससी व 5 पीएचसी है जहाँ प्रसूताओं के लिऐ प्रसव के बाद 24 घण्टे तक रखा जाता है और इस दौरान प्रसूताओं को सुबह नास्ते में दूध,ब्रेड,बटर,अण्ड दिये जाने की सुविधा है साथ ही दो मीटिंग के खाने की व्यवस्था में रोटी,दाल,सब्जी,चावल, के लिये NRHM द्वारा सभी सीएससी पीएचसी को प्रति माह 5हजार रूपये खाने के लिऐ धन निर्गत कराया जाता है इस योजना के तहत खाना बनाने केलिये इस्तियाक नामक संस्था को ठेका दिया गया है जिसके माध्यम से पुरे जनपद खाना बना कर सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर पहुँचने का जिम्मा दिया गया है लेकिन जिसे संस्थान को जिम्मा दिया गया है उसके पास खाना को स्ट्रोर की कोई व्यवस्था नही है वही जनपद के नगरीय अस्पताल से सुबह का नास्ता व दो मीटिंग का खाना बना कर 360 किलो मीटर का सफर तैय कर के खाना व नास्ता पहुँचने का काम किये जाने का जिम्मा भी होता है लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदार द्वारा किसी सीएससी व पीएचसी पर खाने की सपलाई नही की जाती है वही जिन प्रसूताओं को प्रसव के बाद 24 घण्टे अस्पताल में रोक कर जच्चा बच्चा का देख भाल किया जा सके लेकिन एयनम व स्टाफ नर्स प्रसव के 2 घण्टे बाद ही प्रसूताओं को डिस्चार्ज कर दिया जाता है जिसकी वजह से इस योजना का पैसा बचाकर पैसे का भुकतान प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा ठेके दार को कर बन्दर बाट कर इस योजना के 85 हजार रूपये का प्रति माह विभागीय कर्मचारी व अधिकारी डकार जा रहे है
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