मुंबई ( संवाददाता ) जब तक किसानों का कर्जमाफ नही किया जाता होत नाही, तब तक हम बजट पेश नही होने देंगे, यह कहने वाली शिवसेना के मंत्री अब शांत क्यों हुवे है, वह समझते नही, यह टीका विधानपरिषद के विरोधी दल नेता धनंजय मुंडे ने किया. कर्जमाफी सोर करने वाले बाघ के शांत होनेपर हमला धनंजय मुंडें ने शिवसेना पर किया. “जब तक किसानों का कर्जा माफ नही होता, तब तक हम बजट पेश नही करने देगे, यह कहने वाले शिवसेना के मंत्री आता शांत क्यों हुवे, वह समझ नही रही. शिवसेना अब दोगली भुमिका क्यों ले रही है? सत्ता में भी रहने का और कर्ज माफी की मांग करना, यह शिवसेना की दोगली भूमिका है. शिवसेना का बाघ आज किसानों के कर्ज माफी के सामने शांत हुवे है.”, यह धनंजय मुंडे ने कहा. “परसो के दिन मुख्यमंत्री ने किसानों के कर्ज मफकरने के किये गए निवेदन के बाद भी औरंगाबाद में विष्णु बुरकुल इस किसान ने आत्महत्या किया.”, यह धनंजय मुंडे ने कहा. और , मुख्यमंत्री ने किसानों को खेती के बारे में भरोसा दिलाया. उनका ऊत्पाद में बढ़ोत्तरी हुई है क्या. फिर भी उनकी फसल को उचित दाम नही मिल रहा है. यह सरकार किसान पॉलिसी नही बना रही है .”, यह भी मुंडे ने कहा. राज्य के किसानों के आत्महत्या का चलन रुकवाना हो तो कर्ज माफ़ करने के शिवाय दुसरा उपाय नही है यह धनंजय मुंडे ने कहा
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