भाईंदर / गत 24 फरवरी की रात भाईंदर पश्चिम पुलिस स्टेशन और तत्पश्चात मोदी पटेल रोड के सामने स्थित वरिष्ठ पत्रकार एवं मीरा-भाईंदर महानगरपालिका वार्ताहार संघ के अध्यक्ष बसंत माने के घर के सामने मीरा - भाईंदर शहर के भाजपा विधायक नरेन्द्र मेहता की अगुआई में उनके सहयोगियों ने जमकर धमाल मचाते हुए पुलिस प्रशासन की नाक में दम कर दिया, फलस्वरूप शहर के सभी छह पुलिस स्टेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ दंगा रोधक पथक की कई टुकड़ियों तथा वाहनों को तैनात करना पड़ा ! रात के समय लगभग तीन घंटे चले इस औचित्यहीन और दुर्भाग्यपूर्ण ड्रामें के बीच मुंबई से थके-हारे घर लौटने वाले हजारों आम नागरिकों को काफी असुविधा और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि भाजपाइयों ने पूरी सड़क जाम कर रखी थी ! लोगों को इस मामले में आश्चर्य वाली बात तो यह लग रही है कि नरेन्द्र मेहता द्वारा रचा गया यह ड्रामा फिजूल में ही रचा गया था, परन्तु राजनैतिक जानकारों और प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री की व्यंग वाली तस्वीर की आड़ लेकर मेहता स्थानीय पत्रकारों को अपनी धनशक्ति -जनशक्ति द्वारा दबाना, डराना और यह जताना चाह रहा है कि मेरे खिलाफ लिखोगे तो तुम्हारा भी यही परिणाम होगा ! यह देखिये जिस पत्रकार की जान के दुश्मन हमारे विधायक नरेंद्र मेहता बने हैं, उस पत्रकार ने उनके विरोध में क्या – क्या लिखा था और इसी के मद्देनज़र मुख्यमंत्री की व्यंगात्मक तस्वीर की आड़ में मेहता जी ने सम्पादक और मीरा-भाईंदर महानगरपालिका वार्ताहार संघ के अध्यक्ष बसंत माने के खिलाफ यह ड्रामा रचा और अन्य पत्रकारों को मूक चेतावनी देने का असफल प्रयास किया ! मित्रों सच बात तो यह है कि नरेन्द्र मेहता ने अपने ही कार्यकर्ताओं को मुर्ख बनाते हुए अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास किया है !
साभार -“निर्भय भारत – सशक्त भारत”
साभार -“निर्भय भारत – सशक्त भारत”
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