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माध्यमिक शिक्षकों ने खोला मोर्चा, डीएम को बतायेगें असलियत

मीरजापुर ( आशीष कुमार ) माह फरवरी बीतने को है और जिला विद्यालय निरीक्षक ने अभी तक सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के आधार पर पत्रावलियों पर हस्ताक्षर तक हीं किया है। माध्यमिक विद्यालयों से भेजे गए शिक्षकों व कर्मियों के प्रपत्र जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में डंप पड़े हुए है। इससे शिक्षकों व कर्मियों के समक्ष घर चलाने के साथ ही इनकम टैक्स का डाटा तैयार करने तक की ब ड़ी समस्या खड़ी हो गई है। इस सम्बन्ध में जुबिली इंटर कालेज में शिक्षकों ने बैठक कर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। शिक्षक नेता व आम आदमी पार्टी के प्रांतीय प्रवक्ता डा. रमाशंकर शुक्ल ने आरोप लगाया कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने गलत मंशा से वेतन निर्धारण पत्रावलियां रोकी है। कोई भी विद्यालय इस मंशा को कदापि न पूरा करे। उन्होंने चेतावनी दिया है कि यदि तीन दिन के भीतर सातवें वेतन का निर्धारण नहीं किया जाता तो शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें सारी सच्चाई से अवगत कराते हुए इसका पर्दाफास करेगा। उन्होंने कहा कि फिक्सेशन के बाद सप्ताह भर बाद वेतन का भुगतान होगा ऐसे में भला कब इनकम टैक्स का डाटा तैयार होगा और कब इनकम टैक्स भरा जायेगा। परिणामतः

फरवरी व मार्च का वेतन फिर से लटक जायेगा। उन्होंने वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक पर हर माह वेतन भुगतान लंबित करने का आरोप लगाया है कहा इसकी वजह से हर बार श्रृण लेने वाले शिक्षकों व कर्मियों को भारी ब्याज अरिक्त में अदा करना पड़ रहा है। बैठक में मुख्य रूप से डा. शशिधर उपाध्याय, राधाकांत त्रिपाठी, भूपेश सिंह, राकेश कुमार यादव, अरविंद दुबे, जसवंत कुमार, लक्ष्मीकांत यादव, मणिशंकर यादव, कड़े प्रसाद, प्रमोद कुमार, सुरेन्द्र तिवारी आदि मौजदू रहे।

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