कॉंग्रेस व अन्य पार्टी किंगमेकर होगी
मुंबई ( मोहम्मद मुकीम शेख )सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा के बीज लड़ाई और आरोप, प्रत्यारोप के कारण सभी का ध्यान लगे मुंबई महापालिका के स्थानीय चुनाव का रिजल्ट घोषित हुवा है. सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा को मतदाताओ ने एक समानतर जगह विजयी किये जाने से शिवसेना और भाजपा में सत्ता अपनी तरफ खीचने का अब प्रयत्न सुरु हुवा है.
मुंबई 227 जगह में शिवसेना को 84, भाजपा को 81, कॉंग्रेस को 31, राष्ट्रवादी को 9, मनसे को 7, एम्आयएम को 3, अखिल भारतीय सेना 1 व अन्य 10 उम्मीदवार चुनकर आये है. भाजपा को 4 अपक्ष नगरसेवको ने साथ देने से भाजपा की संख्या 85 हुई है शिवसेना को वार्ड क्रमांक 123 की नगरसेविका स्नेहलता मोरे ने साथ दिया है आने वाले कुछ दिनों में शिवसेना में प्रवेश करेगी यह घोषित करने पर शिवसेना को भी 85 जगह मिली है.
शिवसेना और भाजपा यह दोनों सत्ताधारी पार्टी एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़ी है. इसलिये यह दोनों पार्टी की एक साथ आने की संभावना कम है . मुंबई महापालिका पर बहुमत लेकर महापौरपद अपनी तरफ खीचकर लाने के लिए 114 नगरसेवको की जरूरत है. शिवसेना और भाजपा इन दोनों पार्टी के पास 85 नगरसेवक होने से दोनों पार्टी को 30 नगरसेवको की आवयश्कता है. इसके लिए दोनों पार्टी को कॉंग्रेस, राष्ट्रवादी, मनसे, समाजवादी, एम्आयएम् व अपक्ष को मनाना पड़ेगा.
मुंबई ( मोहम्मद मुकीम शेख )सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा के बीज लड़ाई और आरोप, प्रत्यारोप के कारण सभी का ध्यान लगे मुंबई महापालिका के स्थानीय चुनाव का रिजल्ट घोषित हुवा है. सत्ताधारी शिवसेना और भाजपा को मतदाताओ ने एक समानतर जगह विजयी किये जाने से शिवसेना और भाजपा में सत्ता अपनी तरफ खीचने का अब प्रयत्न सुरु हुवा है.
मुंबई 227 जगह में शिवसेना को 84, भाजपा को 81, कॉंग्रेस को 31, राष्ट्रवादी को 9, मनसे को 7, एम्आयएम को 3, अखिल भारतीय सेना 1 व अन्य 10 उम्मीदवार चुनकर आये है. भाजपा को 4 अपक्ष नगरसेवको ने साथ देने से भाजपा की संख्या 85 हुई है शिवसेना को वार्ड क्रमांक 123 की नगरसेविका स्नेहलता मोरे ने साथ दिया है आने वाले कुछ दिनों में शिवसेना में प्रवेश करेगी यह घोषित करने पर शिवसेना को भी 85 जगह मिली है.
शिवसेना और भाजपा यह दोनों सत्ताधारी पार्टी एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़ी है. इसलिये यह दोनों पार्टी की एक साथ आने की संभावना कम है . मुंबई महापालिका पर बहुमत लेकर महापौरपद अपनी तरफ खीचकर लाने के लिए 114 नगरसेवको की जरूरत है. शिवसेना और भाजपा इन दोनों पार्टी के पास 85 नगरसेवक होने से दोनों पार्टी को 30 नगरसेवको की आवयश्कता है. इसके लिए दोनों पार्टी को कॉंग्रेस, राष्ट्रवादी, मनसे, समाजवादी, एम्आयएम् व अपक्ष को मनाना पड़ेगा.
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