गरीब व पावरलूम मजदूर अपनी गाढ़ी कमाई पाने के लिए दर दर भटक रहे हैं।
भिवंडी। एम हुसेन। ग्राहकों द्वारा जमा की गई राशि पर आकर्षक लाभ और ब्याज देने की लालच दिखा कर छह वर्ष में रकम दो गुना कर के देने वाली माइक्रो फाइनेंस लि. नामक कंपनी द्वारा भिवंडी के सैकड़ों ग्राहकों से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये का घोटाला कर फरार होने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है | कंपनी के लुभावने वादों में फंस कर भिवंडी के सैकड़ों गरीब मेहनत कश दूकानदार व पॉवरलूम मजदूर अपनी जमा की गयी रकम पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं | फाइनेंस कंपनी के ठगी का शिकार हुए ग्राहकों का आरोप है कि भिवंडी पुलिस उनकी शिकायत दर्ज करने में टालमटोल तथा आनाकानी कर रही है | ठगी के शिकार हुए ग्राहकों ने अपनी रकम तथा न्याय पाने के लिए अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं |
उक्त प्रकरण की लिखित जानकारी देते हुए पीड़ित उपभोक्ता कमेटी का प्रतिनिधित्व कर रहे गणेश भागीरथ प्रसाद चौरसिया व रेवाशंकर पालीवाल, तथा पन्नालाल चौधरी ने बताया कि धोखाधड़ी करने वाली माइक्रो फाइनेंस लि कंपनी का शुभारंभ पूर्व सन 1983में प्रसूलगढ़ भुवनेश्वर उडीसा से हुआ था | इस कंपनी की पूरे भारतवश में लगभग चार सौ शाखा कार्यरत थीं जिसमें से इसकी एक शाखा 207 - अ वर्धमान आर्केड अंजूरफाटा, भिवंडी में खोली गयी थी | भिवंडी शहर में उक्त कंपनी का कामकाज बीस वर्षों से चल रहा था | यह कंपनी दैनिक जमा योजना के तहत तीन वर्ष, पांच वर्ष तथा सात वर्ष के खाते खोल कर डेली कलेक्शन की स्कीम के तहत एजेंटों के द्वारा पैसा जमा कराती थी और फिक्स्ड डिपाजिट के द्वारा छह वर्ष में दो गुना धन वापस देने की योजना चला रखी थी | ठगी का शिकार हुए उपभोक्ताओं का कहना है कि कंपनी का कामकाज कुछ वर्षों तक ठीकठाक चला | कंपनी ने ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए अंजूरफाटा पर खुद का कार्यालय खरीद लिया | इस प्रकार से कंपनी ने भिवंडी में सैकड़ों ग्राहक बना लिए | भिवंडी की ब्रांच के प्रमुख मुंबई के रहने वाले रामनारायण राउत नामक व्यक्ति को मेनेजर नियुक्त किया था | ग्राहकों ने बताया कि कंपनी ने बिना किसी नोटिस व सूचना के सन 2012 में अपना कारोबार बंद कर दिया था | आश्चर्य की बात यह सामने आई कि उसके कारोबार बंद होने के बावजूद भिवंडी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी ग्राहकों की गाढ़ी मेहनत की कमाई को सन2014 तक रकम जमा कराने के नाम पर लूटते रहे और एक दिन अचानक भिवंडी में कार्यरत कंपनी की शाखा में ताला बंद कर कर्मचारी फरार हो गए | भिवंडी के कार्यालय में आज भी ताला लटक रहा है | माइक्रो फाइनेंस कंपनी लि. द्वारा इस प्रकार की ठगी किये जाने की सूचना मिलने के बाद भिवंडी के सैकड़ों ग्राहकों के पैरों तले जमीन खिसक गयी | इस तरह की ठगी का पता पाते ही भिवंडी से कुछ लोग कंपनी के मुख्यालय भुबनेश्वर गये लेकिन वहां निराशा ही हाथ लगी | कंपनी द्वारा ठगी के शिकार पीड़ित उपभोक्ता कमेटी ने कामतघर क्षेत्र के कंपनी के ग्राहकों की एक बैठक कामतघर स्थित हनुमान मंदिर में की जिसकी अध्यक्षता भाजपा गट नेता व नगरसेवक निलेश चौधरी ने किया | इस मीटिंग में कामतघर क्षेत्र के 505ग्राहकों की एक सूची प्रस्तुत की गयी जिसके अनुसार कंपनी द्वारा 505 ग्राहकों के साथ 1 करोड़ 10 लाख43 हजार 147 रुपये का महा घोटाला करने का खुलासा हुआ है | ठगी के शिकार ग्राहकों ने बताया की पूरे भिवंडी शहर में हजारों की संख्या में कंपनी ने ग्राहक बनाये थे | लोगों ने अनुमान लगाते हुए बताया कि कंपनी ने भिवंडी शहर से लगभग 6 करोड़ से अधिक का घोटाला कर फरार हो गयी है | ग्राहकों ने खुलासा करते हुए बताया कि दो वर्ष पूर्व जब उन्हें इस ठगी का पता चला तब वह भिवंडी के नारपोली पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत की उस समय पुलिस ने ठगी के शिकार ग्राहकों के लिखित शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था और ग्राहकों के नाराजगी को देखते हुए उस समय कंपनी की शाखा के मेनेजर को पुलिस स्टेशन बुलाकर, पूछताछ कर बगैर मामला दर्ज किये कंपनी के कर्मचारियों को छोड़ दिया था | उस समय से ठगी के शिकार भिवंडी के ग्राहक न्याय पाने के लिए दर - दर की ठोकर खाने पर मजबूर हैं | इस सन्दर्भ में कंपनी द्वारा ठगी के शिकार ग्राहक एक जुट होकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई द्वारा जमा किये गए पैसे को पाने की उम्मीद लगा कर अब न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं | सूत्रों के अनुसार कई ग्राहक अपनी जिंदगी की पूरी गाढ़ी मेहनत की कमाई कंपनी में जमा कर अधिक लाभ पाने की लालच में अपना सब कुछ गवां चुके हैं | अब उनके सामने बच्चों की पढ़ाई, बेटी बेटों का विवाह करने, बीमारों का उपचार कराने जैसी कई जटिल समस्या मुंह खोले खड़ी है |
भिवंडी। एम हुसेन। ग्राहकों द्वारा जमा की गई राशि पर आकर्षक लाभ और ब्याज देने की लालच दिखा कर छह वर्ष में रकम दो गुना कर के देने वाली माइक्रो फाइनेंस लि. नामक कंपनी द्वारा भिवंडी के सैकड़ों ग्राहकों से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये का घोटाला कर फरार होने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है | कंपनी के लुभावने वादों में फंस कर भिवंडी के सैकड़ों गरीब मेहनत कश दूकानदार व पॉवरलूम मजदूर अपनी जमा की गयी रकम पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं | फाइनेंस कंपनी के ठगी का शिकार हुए ग्राहकों का आरोप है कि भिवंडी पुलिस उनकी शिकायत दर्ज करने में टालमटोल तथा आनाकानी कर रही है | ठगी के शिकार हुए ग्राहकों ने अपनी रकम तथा न्याय पाने के लिए अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं |
उक्त प्रकरण की लिखित जानकारी देते हुए पीड़ित उपभोक्ता कमेटी का प्रतिनिधित्व कर रहे गणेश भागीरथ प्रसाद चौरसिया व रेवाशंकर पालीवाल, तथा पन्नालाल चौधरी ने बताया कि धोखाधड़ी करने वाली माइक्रो फाइनेंस लि कंपनी का शुभारंभ पूर्व सन 1983में प्रसूलगढ़ भुवनेश्वर उडीसा से हुआ था | इस कंपनी की पूरे भारतवश में लगभग चार सौ शाखा कार्यरत थीं जिसमें से इसकी एक शाखा 207 - अ वर्धमान आर्केड अंजूरफाटा, भिवंडी में खोली गयी थी | भिवंडी शहर में उक्त कंपनी का कामकाज बीस वर्षों से चल रहा था | यह कंपनी दैनिक जमा योजना के तहत तीन वर्ष, पांच वर्ष तथा सात वर्ष के खाते खोल कर डेली कलेक्शन की स्कीम के तहत एजेंटों के द्वारा पैसा जमा कराती थी और फिक्स्ड डिपाजिट के द्वारा छह वर्ष में दो गुना धन वापस देने की योजना चला रखी थी | ठगी का शिकार हुए उपभोक्ताओं का कहना है कि कंपनी का कामकाज कुछ वर्षों तक ठीकठाक चला | कंपनी ने ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए अंजूरफाटा पर खुद का कार्यालय खरीद लिया | इस प्रकार से कंपनी ने भिवंडी में सैकड़ों ग्राहक बना लिए | भिवंडी की ब्रांच के प्रमुख मुंबई के रहने वाले रामनारायण राउत नामक व्यक्ति को मेनेजर नियुक्त किया था | ग्राहकों ने बताया कि कंपनी ने बिना किसी नोटिस व सूचना के सन 2012 में अपना कारोबार बंद कर दिया था | आश्चर्य की बात यह सामने आई कि उसके कारोबार बंद होने के बावजूद भिवंडी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी ग्राहकों की गाढ़ी मेहनत की कमाई को सन2014 तक रकम जमा कराने के नाम पर लूटते रहे और एक दिन अचानक भिवंडी में कार्यरत कंपनी की शाखा में ताला बंद कर कर्मचारी फरार हो गए | भिवंडी के कार्यालय में आज भी ताला लटक रहा है | माइक्रो फाइनेंस कंपनी लि. द्वारा इस प्रकार की ठगी किये जाने की सूचना मिलने के बाद भिवंडी के सैकड़ों ग्राहकों के पैरों तले जमीन खिसक गयी | इस तरह की ठगी का पता पाते ही भिवंडी से कुछ लोग कंपनी के मुख्यालय भुबनेश्वर गये लेकिन वहां निराशा ही हाथ लगी | कंपनी द्वारा ठगी के शिकार पीड़ित उपभोक्ता कमेटी ने कामतघर क्षेत्र के कंपनी के ग्राहकों की एक बैठक कामतघर स्थित हनुमान मंदिर में की जिसकी अध्यक्षता भाजपा गट नेता व नगरसेवक निलेश चौधरी ने किया | इस मीटिंग में कामतघर क्षेत्र के 505ग्राहकों की एक सूची प्रस्तुत की गयी जिसके अनुसार कंपनी द्वारा 505 ग्राहकों के साथ 1 करोड़ 10 लाख43 हजार 147 रुपये का महा घोटाला करने का खुलासा हुआ है | ठगी के शिकार ग्राहकों ने बताया की पूरे भिवंडी शहर में हजारों की संख्या में कंपनी ने ग्राहक बनाये थे | लोगों ने अनुमान लगाते हुए बताया कि कंपनी ने भिवंडी शहर से लगभग 6 करोड़ से अधिक का घोटाला कर फरार हो गयी है | ग्राहकों ने खुलासा करते हुए बताया कि दो वर्ष पूर्व जब उन्हें इस ठगी का पता चला तब वह भिवंडी के नारपोली पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत की उस समय पुलिस ने ठगी के शिकार ग्राहकों के लिखित शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था और ग्राहकों के नाराजगी को देखते हुए उस समय कंपनी की शाखा के मेनेजर को पुलिस स्टेशन बुलाकर, पूछताछ कर बगैर मामला दर्ज किये कंपनी के कर्मचारियों को छोड़ दिया था | उस समय से ठगी के शिकार भिवंडी के ग्राहक न्याय पाने के लिए दर - दर की ठोकर खाने पर मजबूर हैं | इस सन्दर्भ में कंपनी द्वारा ठगी के शिकार ग्राहक एक जुट होकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई द्वारा जमा किये गए पैसे को पाने की उम्मीद लगा कर अब न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं | सूत्रों के अनुसार कई ग्राहक अपनी जिंदगी की पूरी गाढ़ी मेहनत की कमाई कंपनी में जमा कर अधिक लाभ पाने की लालच में अपना सब कुछ गवां चुके हैं | अब उनके सामने बच्चों की पढ़ाई, बेटी बेटों का विवाह करने, बीमारों का उपचार कराने जैसी कई जटिल समस्या मुंह खोले खड़ी है |
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