भिवंडी ( एम हुसेन ) सरकार के आदेशानुसार भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा दो दिन पूर्व शुरू किये गये महास्वच्छता अभियान की पोल उस समय खुल गयी जब धामनकर नाका से कॉलेज की तरफ जाने वाली मुख्य सड़क पर स्थित अमृत हॉस्पिटल के नीचे कचरे से भरकर जाम हुए गटर का मलयुक्त, पानी आस-पास की दुकानों व मंदिर के सामने सड़क पर बह रहा है, इसी प्रकार शिव रामनगर, साईनगर, ब्रम्हानंद नगर, देवनगर, रावजीनगर, शांतीनगर,गैबीनागर सलाहुद्दीन स्कूल व कॉलेज के पास, तीनबत्ती खडक रोड, शास्त्री नगर आनंद होटल के पीछे आदि क्षेत्रों में गटर का मलयुक्त पानी बहते रहता है तथा कचरों का भी ढेर लगा रहता है | मनपा अधिकारियों निष्क्रियता के चलते उक्त क्षेत्र के रहवासियों, दुकानदारों, विद्यार्थियों तथा आने जाने वाले नागरिकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है जो शहर वासियों के लिए गंभीर विषय बना हुआ है | क्षेत्र के नागरिकों की शिकायत है कि भिवंडी में स्वच्छता अभियान के नाम पर बड़े बड़े दावे करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को इस समस्या के सन्दर्भ में कई बार शिकायत पत्र देकर अवगत कराते हुए उक्त समस्याओं का समाधान की मांग की गई है परंतु आज तक इस पर कोई कार्रवाई नही हुई | स्थानीय नागरिकों में गटर के गंदे पानी का सड़क पर बहने से उत्पन्न होने वाली समस्या तथा दुर्गंध को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है | स्थानीय दुकानदारों ने चेतावनी देते हुए एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने की मांग की है अन्यथा क्षेत्र के व्यापारी अपनी दुकाने बंद कर मनपा के विरुद्ध तीव्र न्दोलन करेंगे |
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व भिवंडी मनपा प्रशासन की तरफ से स्वच्छता अभियान अंतर्गत भिवंडी में महास्वच्छता अभियान ज़ोर शोर से शुरू किया गया जिसमे भिवंडी कोर्ट के जज, सांसद, महापौर, नगरसेवक, स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी, माजिक संस्थाओं से जुड़े लोग, मनपा के अधिकारी व कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में पुरुष व महिलाएं शामिल होकर लगभग 263 टन कचरा जमा कर डंपिंग ग्राउंड में डंप करने का दावा किया है| मनपा के सफाई विभाग के अधिकारी ने उक्त कार्यक्रम को सफल होने का दावा किया है | वहीं मनपा अधिकारियों के इस महास्वच्छता अभियान के दावे की पोल उस समय खुल गई जब जांच करने पर पता चला कि धामनकर नाका से बीएनएन कॉलेज की तरफ जाने वाले सड़क पर सौ मीटर की दूरी पर स्थित दक्षिणी किनारे पर सड़क से लगी शानदार इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान, प्रिंस मेडिकल स्टोर, संदीप मेडिकल स्टोर, हिमालय जनरल स्टोर तथा पुराने मंदिर के सामने गटर का गंदा और मलयुक्त पानी कचरे से गटर जाम होने के कारण सड़क पर भरा हुआ दिखाई पड़ा | इन्ही दुकानों के ऊपर बिल्डिंग में अमृत हॉस्पिटल संचालित है, जिसमे हर समय दर्जनों मरीज़ उपचार के लिए भर्ती रहते हैं | इस सन्दर्भ में पूछताछ करने पर नाम न छापने की शर्त पर सभी दुकानदारों ने बताया कि दुकान व मंदिर के सामने महीनों से गटर का पानी हमारी दुकानों तथा मंदिर के सामने भर कर सड़क पर बह रहा है | जिसके कारण यहां ग्राहकों का आना-जाना बहुत कम हो गया है | हमारा पूरा धंधा चौपट हो रहा है | सड़क के किनारे पैदल चलने वाले लोगों के ऊपर आने जाने वाले वाहनों के पहिये से उड़ कर गंदा पानी नागरिकों के ऊपर पड़ता है | हमलोग अलग से मिट्टी लाकर ग्राहकों के आने-जाने के लिए अलग से रास्ता बनाने पर मजबूर हैं | इस सन्दर्भ में कई बार प्रभाग समिति के सफाई अधिकारियों से शिकायत की गयी, लेकिन गटर आज तक साफ़ नही हुई | बता दें कि भिवंडी के पुराना आगरा रोड स्थित धामनकर नाका सबसे व्यस्ततम चौराहों में से एक है | जहां चौबीस घंटे भीड़ रहती है और दिन रात वाहनों का आवागमन रहता है | धामनकर नाका सहित कॉलेज रोड पर सत्यनारायण हिंदी हाई स्कूल, जुग्गीलाल पोद्दार इंग्लिश हाई स्कूल, पद्मश्री अन्ना साहेब जाधव स्कूल तथा भिवंडी का एकमेव महाविद्यालय बी.एन.एन.कॉलेज संचालित है | साथ ही लगभग एक दर्जन ट्युशन क्लासेज़, बैंक, पोस्ट ऑफिस आदि है | स्कूल के दिनों में सुबह से लेकर शाम तक लगभग पचीस हज़ार विद्यार्थियों का आवागमन होता है | नागरिकों का कहना है कि जब इस मुख्य मार्ग की यह दुर्दशा है, सड़क पर बहता हुआ पानी मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों को दिखाई नही पड़ता, शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही होती तब ऐसी स्थिति में शहर में महास्वच्छता अभियान का ढिंढोरा पीटना केवल एक दिखावा ही है | कई होटल मालिक व दुकानदारों ने शिकायत किया कि कचरा उठाने के लिए सफाई कर्मचारी और घंटा गाड़ी दो-दो तीन-तीन दिन तक नही आती | जब कभी सफाई कर्मचारी आते हैं तब वह कचरा उठाकर ले जाने के लिए होटल मालिकों तथा दुकानदारों से सेवा शुल्क के नाम पर पैसे की मांग करते हैं |
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व भिवंडी मनपा प्रशासन की तरफ से स्वच्छता अभियान अंतर्गत भिवंडी में महास्वच्छता अभियान ज़ोर शोर से शुरू किया गया जिसमे भिवंडी कोर्ट के जज, सांसद, महापौर, नगरसेवक, स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी, माजिक संस्थाओं से जुड़े लोग, मनपा के अधिकारी व कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में पुरुष व महिलाएं शामिल होकर लगभग 263 टन कचरा जमा कर डंपिंग ग्राउंड में डंप करने का दावा किया है| मनपा के सफाई विभाग के अधिकारी ने उक्त कार्यक्रम को सफल होने का दावा किया है | वहीं मनपा अधिकारियों के इस महास्वच्छता अभियान के दावे की पोल उस समय खुल गई जब जांच करने पर पता चला कि धामनकर नाका से बीएनएन कॉलेज की तरफ जाने वाले सड़क पर सौ मीटर की दूरी पर स्थित दक्षिणी किनारे पर सड़क से लगी शानदार इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान, प्रिंस मेडिकल स्टोर, संदीप मेडिकल स्टोर, हिमालय जनरल स्टोर तथा पुराने मंदिर के सामने गटर का गंदा और मलयुक्त पानी कचरे से गटर जाम होने के कारण सड़क पर भरा हुआ दिखाई पड़ा | इन्ही दुकानों के ऊपर बिल्डिंग में अमृत हॉस्पिटल संचालित है, जिसमे हर समय दर्जनों मरीज़ उपचार के लिए भर्ती रहते हैं | इस सन्दर्भ में पूछताछ करने पर नाम न छापने की शर्त पर सभी दुकानदारों ने बताया कि दुकान व मंदिर के सामने महीनों से गटर का पानी हमारी दुकानों तथा मंदिर के सामने भर कर सड़क पर बह रहा है | जिसके कारण यहां ग्राहकों का आना-जाना बहुत कम हो गया है | हमारा पूरा धंधा चौपट हो रहा है | सड़क के किनारे पैदल चलने वाले लोगों के ऊपर आने जाने वाले वाहनों के पहिये से उड़ कर गंदा पानी नागरिकों के ऊपर पड़ता है | हमलोग अलग से मिट्टी लाकर ग्राहकों के आने-जाने के लिए अलग से रास्ता बनाने पर मजबूर हैं | इस सन्दर्भ में कई बार प्रभाग समिति के सफाई अधिकारियों से शिकायत की गयी, लेकिन गटर आज तक साफ़ नही हुई | बता दें कि भिवंडी के पुराना आगरा रोड स्थित धामनकर नाका सबसे व्यस्ततम चौराहों में से एक है | जहां चौबीस घंटे भीड़ रहती है और दिन रात वाहनों का आवागमन रहता है | धामनकर नाका सहित कॉलेज रोड पर सत्यनारायण हिंदी हाई स्कूल, जुग्गीलाल पोद्दार इंग्लिश हाई स्कूल, पद्मश्री अन्ना साहेब जाधव स्कूल तथा भिवंडी का एकमेव महाविद्यालय बी.एन.एन.कॉलेज संचालित है | साथ ही लगभग एक दर्जन ट्युशन क्लासेज़, बैंक, पोस्ट ऑफिस आदि है | स्कूल के दिनों में सुबह से लेकर शाम तक लगभग पचीस हज़ार विद्यार्थियों का आवागमन होता है | नागरिकों का कहना है कि जब इस मुख्य मार्ग की यह दुर्दशा है, सड़क पर बहता हुआ पानी मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों को दिखाई नही पड़ता, शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही होती तब ऐसी स्थिति में शहर में महास्वच्छता अभियान का ढिंढोरा पीटना केवल एक दिखावा ही है | कई होटल मालिक व दुकानदारों ने शिकायत किया कि कचरा उठाने के लिए सफाई कर्मचारी और घंटा गाड़ी दो-दो तीन-तीन दिन तक नही आती | जब कभी सफाई कर्मचारी आते हैं तब वह कचरा उठाकर ले जाने के लिए होटल मालिकों तथा दुकानदारों से सेवा शुल्क के नाम पर पैसे की मांग करते हैं |
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