मुंबई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने पिछलों दिनों बेस्ट बजट बिना मंजूर वापस कर दिया है। इसे लेकर बेस्ट कमिटी के सदस्यों ने मंगलवार को बेस्ट कमिटी में नाराजगी प्रकट की। इस संबंध में बेस्ट कमिटी के सदस्यों ने प्रशासन से जवाब मांगा है कि बजट वापस क्यों किया गया। बता दें कि बेस्ट कमिटी की बैठक में बजट पर चर्चा होने वाली थी लेकिन कमिटी सदस्यों की नाराजगी को देखते हुए बैठक रद्द कर दी गई। 13 जनवरी दोपहर 12 बजे को कमिटी की बैठक बुलाई गई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब मनपा ने बेस्ट बजट वापस किया है। सदस्यों ने वापस करने का कारण पूछा।
गौरतलब है कि बेस्ट प्रशासन और कमिटी के बीच चर्चा होने के बाद ही तक़रीबन 560 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया था। बजट घाटे वाला था, पिछले वर्ष भी घाटे का बजट मंजूर किया गया था तो। सदस्यों ने प्रशासन से यह सवाल पूछा की जब बजट घाटे का था तब मनपा ने उसे मंजूर क्यों किया ? ध्यान रहे कि आगामी महीने में मनपा चुनाव है, आचार संहिता कभी भी लग सकती है, जिसके बाद बेस्ट बजट मंजूर नहीं किया जा सकता है। बजट मंजूर करने का फैसला मनपा आयुक्त और बेस्ट उपक्रम के जनरल मैनेजर द्वारा लिया जा सकता है। मंगलवार को बेस्ट कमिटी की बैठक में विपक्ष ने बजट को लेकर हंगामा किया और प्रशासन से मांग किया बजट वापस करने का कारण बताया जाए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि स्थायी समिति के अध्यक्ष यशोधर को कब से बुलाया जा रहा है परंतु वो नहीं आ रहे हैं। बेस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ जब मनपा ने बेस्ट बजट वापस कर दिया हो। इस तरह की स्थितियां पहली बार उत्पन्न हुई। हांलाकि इस तरह की स्थितियां सन 1974/75 में बनी थी, लेकिन उस समय मनपा ने तकबरीन 60 प्रतिशत से अधिक बजट की राशि दी थी।
गौरतलब है कि बेस्ट प्रशासन और कमिटी के बीच चर्चा होने के बाद ही तक़रीबन 560 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया था। बजट घाटे वाला था, पिछले वर्ष भी घाटे का बजट मंजूर किया गया था तो। सदस्यों ने प्रशासन से यह सवाल पूछा की जब बजट घाटे का था तब मनपा ने उसे मंजूर क्यों किया ? ध्यान रहे कि आगामी महीने में मनपा चुनाव है, आचार संहिता कभी भी लग सकती है, जिसके बाद बेस्ट बजट मंजूर नहीं किया जा सकता है। बजट मंजूर करने का फैसला मनपा आयुक्त और बेस्ट उपक्रम के जनरल मैनेजर द्वारा लिया जा सकता है। मंगलवार को बेस्ट कमिटी की बैठक में विपक्ष ने बजट को लेकर हंगामा किया और प्रशासन से मांग किया बजट वापस करने का कारण बताया जाए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि स्थायी समिति के अध्यक्ष यशोधर को कब से बुलाया जा रहा है परंतु वो नहीं आ रहे हैं। बेस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ जब मनपा ने बेस्ट बजट वापस कर दिया हो। इस तरह की स्थितियां पहली बार उत्पन्न हुई। हांलाकि इस तरह की स्थितियां सन 1974/75 में बनी थी, लेकिन उस समय मनपा ने तकबरीन 60 प्रतिशत से अधिक बजट की राशि दी थी।
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