प्रतापगढ (प्रमोद श्रीवास्तव) परदेश मे रहने वाले शौहर से मोबाइल पर बातचीत के दौरान हुए झगड़े के बाद विवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि शौहर ने मांग से सिंदूर मिटाने की बात कही। जिससे क्षुब्ध होकर वह खुदकुशी कर रही हूँ। फांसी पर विवाहिता का शव झूलते देख परिजन व ग्रामीण सकते में आ गए। पुलिस ने उसका मोबाइल, शायरी लिखी डायरी व सुसाइड नोट जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
उदयपुर थाना क्षेत्र के ऊछापुर नेवादा निवासी किरन यादव (22) पुत्री स्व. गुरुदीन यादव की शादी आमीशंकरपुर के अजय यादव पुत्र शिव प्रसाद के साथ 22 अप्रैल 2016 को हुई थी। शादी के बाद से वह ससुराल आने जाने लगी। शौहर दस दिनों पहले कमाने के लिए सूरत गुजरात चला गया। इस पर वह मायके लौट आई। किरन मां गुलसा देवी व भाई राकेश के साथ रहती थी। बीते 25 जनवरी को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने की बात कह कर चली गई। इस बीच उसके पति अजय का मोबाइल पर फोन आ गया। बातचीत के दौरान किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी होने लगी तो तैश में आकर शौहर ने उससे मांग से सिंदूर मिटा देने की बात कह दी। यह बात किरन को इतनी नागवार गुजरी कि उसने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी।
मरने से पहले उसने सुसाइड नोट में लिखा कि शौहर के कहने पर उसके नाम का सिंदूर हमेशा के लिए मिटा दे रही हूं। यह भी लिखा कि दोनों के बीच जो बातचीत हुई है उसकी काल रिकार्डिंग मोबाइल में मौजूद है। घटना के बाद परिजनों ने विवाहिता का शव फांसी के फंदे पर झूलता देखा तो उनके होश उड़ गए। मौके पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फांसी से उतार कर पंचनामा कराया। छानबीन के दौरान कमरे में सुसाइड नोट, बातचीत वाला मोबाइल व शायरी से लिखी एक डायरी पुलिस के हाथ लगी। जिसे कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। रात अधिक होने के कारण पुलिस ने दूसरे दिन शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
उदयपुर के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीएम के लिए शव को भेजते हुए जांच की जा रही है।
उदयपुर थाना क्षेत्र के ऊछापुर नेवादा निवासी किरन यादव (22) पुत्री स्व. गुरुदीन यादव की शादी आमीशंकरपुर के अजय यादव पुत्र शिव प्रसाद के साथ 22 अप्रैल 2016 को हुई थी। शादी के बाद से वह ससुराल आने जाने लगी। शौहर दस दिनों पहले कमाने के लिए सूरत गुजरात चला गया। इस पर वह मायके लौट आई। किरन मां गुलसा देवी व भाई राकेश के साथ रहती थी। बीते 25 जनवरी को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने की बात कह कर चली गई। इस बीच उसके पति अजय का मोबाइल पर फोन आ गया। बातचीत के दौरान किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी होने लगी तो तैश में आकर शौहर ने उससे मांग से सिंदूर मिटा देने की बात कह दी। यह बात किरन को इतनी नागवार गुजरी कि उसने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी।
मरने से पहले उसने सुसाइड नोट में लिखा कि शौहर के कहने पर उसके नाम का सिंदूर हमेशा के लिए मिटा दे रही हूं। यह भी लिखा कि दोनों के बीच जो बातचीत हुई है उसकी काल रिकार्डिंग मोबाइल में मौजूद है। घटना के बाद परिजनों ने विवाहिता का शव फांसी के फंदे पर झूलता देखा तो उनके होश उड़ गए। मौके पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फांसी से उतार कर पंचनामा कराया। छानबीन के दौरान कमरे में सुसाइड नोट, बातचीत वाला मोबाइल व शायरी से लिखी एक डायरी पुलिस के हाथ लगी। जिसे कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। रात अधिक होने के कारण पुलिस ने दूसरे दिन शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
उदयपुर के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीएम के लिए शव को भेजते हुए जांच की जा रही है।
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