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मुंबई, ता. १६ : तेल एवं गैस जैसे ईंधन की बचत और संरक्षण के लिए शपथ लेकर ह्युमन चेन के माध्यम से संदेश देकर महानगरपालिका स्कुल के छात्रों ने संरक्षण क्षमता महोत्सव की आज शुरुवात की. भावी पीढ़ी को ईंधन मिले इसलिए ईंधन की बचत और संरक्षण करने हेतु जनजागृति करना आवश्यक है जिसमें छात्रों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। ऐसी बात खाद्य एवं नागरी आपूर्ति और ग्राहक संरक्षण विभाग के सचिव महेश पाठक ने की है।

पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च असोसिएशन (पीसीआरए) की ओर से १६ जनवरी से १५ फरवरी तक "सक्षम' (संरक्षण क्षमता महोत्सव) २०१७ का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव का शुभारंभ श्री. पाठक के हाथों आज कुलाबा के महानगरपालिका स्कुल में किया गया। इस मौके पर बच्चों ने इस जनजागृति महोत्सव में हिस्सा लेकर उत्साह के साथ संरक्षण से जुड़ी बातों को समझने का भी प्रयास किया। इस अवसरपर पीसीआरए के विभागीय संचालक रॉय चौधरी, ऑईल इंडस्ट्री समन्वय समिति के विभागीय समन्वयक बी.के. सिंग, महाराष्ट्र समन्वयक ए.एल.कृष्ण, हिन्दुस्थान पेट्रोलियम के श्री.निवास शुभांकर सेन, सिद्धार्थ पांडा,महापालिका स्कुल के मुख्याध्यापक अमरसिंह मगर आदि उपस्थित थे।

महोत्सव में आयोजित चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को अतिथियों के हाथो पुरस्कार दिए गए।

ईंधन का महत्व बताते हुवे श्री पाठक ने कहा की, तेल एवं गैस जैसे ईंधनो की दिन ब दिन कमी होते जा रही है। जिससे तेल उत्पादक कंपनियों ने तेल का उत्पादन कम करने का निर्णय लिया है। देश को आगामी दिनों में बढ़ी तादाद में ईंधन की कमतरता दिखाई देगी। जिसके लिए आज से ही ईंधन की बचत और संरक्षण के लिए जागृत होना जरुरी है।

श्री. पाठक ने आगे कहा की, पेट्रोलियम पदार्थ का योग्य उपयोग करे और सौर ऊर्जा, जैव ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि पर्याप्त विकल्पों का ही उपयोग आज बढ़ाना जरुरी है। साथ ही इंधन की बचत और संरक्षण के लिए समाज में जनजागृति करने हेतु स्कूली छात्रों ने आगे आना चाहिए।

ईंधन संरक्षण के साथ ही ईंधन पर्यावरण पूरक उपयोग के लिए समाज को जागृत करना आवश्यक है। ईंधन के ज्यादा उपयोग से स्वास्थ्य संबधित प्रश्न निर्माण हो रहे है। पर्यावरण संरक्षण और इंधन के निर्यात खर्च कम करने के लिए कदम उठाना जरुरी हो गया है. जिसके लिए संरक्षण क्षमता महोत्सव के साथ ही सायकल रैली, वॉकेथॉन जैसे उपक्रम चलाए जाएंगे।

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