प्रतापगढ(प्रमोद श्रीवास्तव) -विजय शुक्ला यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला था।
करीब 14 साल पहले विजय सेना में भर्ती हुए थे। कश्मीर के बंदीपारा में तैनात था।
-मिली जानकारी के अनुसार,26 जनवरी के दिन विजय 5/6 की टुकड़ी में एक दिन पहले आए एवलांच में फंसे जवानों की मदद के लिए गया था।
-लेकिन मदद के दौरान दोबरा से आए एवलांच में विजय भी शहीद हो गए। शहीद का शव अभी घर नहीं पहुंचा है।
-सूचना मिलने के बाद से पत्नी मनोरमा का रो-रोकर बुरा हाल है।
-वहीं,6 साल की बेटी यशी अपनी मां को रोता देख बस यही सवाल पूछ रही है-मम्मी क्यों रो रही है। पापा को क्या हुआ है?
26 जनवरी को जवान ने पत्नी को किया था फोन,जानें क्या कहा था...
- विजय 3 भाईयों में सबसे छोटा था। पढ़ाई खत्म करके साल 2002 में सेना में भर्ती हो गया।
- साल 2009 में मनोरमा से शादी हुई। हवलदार के पद पर कश्मीर में तैनात था।
पत्नी मनोरमा कहती है-26 जनवरी को पति का फोन आया था,उन्होंने कहा था-''जल्द ही घर आऊंगा। बेटी बहुत याद आ रही है। अब ज्यादा दिन तुम लोगों से अलग नहीं रहा जाता।''
दुश्मनों से तो वो जंग जीत गए,लेकिन कुदरत की जंग नहीं जीत सके।
करीब 14 साल पहले विजय सेना में भर्ती हुए थे। कश्मीर के बंदीपारा में तैनात था।
-मिली जानकारी के अनुसार,26 जनवरी के दिन विजय 5/6 की टुकड़ी में एक दिन पहले आए एवलांच में फंसे जवानों की मदद के लिए गया था।
-लेकिन मदद के दौरान दोबरा से आए एवलांच में विजय भी शहीद हो गए। शहीद का शव अभी घर नहीं पहुंचा है।
-सूचना मिलने के बाद से पत्नी मनोरमा का रो-रोकर बुरा हाल है।
-वहीं,6 साल की बेटी यशी अपनी मां को रोता देख बस यही सवाल पूछ रही है-मम्मी क्यों रो रही है। पापा को क्या हुआ है?
26 जनवरी को जवान ने पत्नी को किया था फोन,जानें क्या कहा था...
- विजय 3 भाईयों में सबसे छोटा था। पढ़ाई खत्म करके साल 2002 में सेना में भर्ती हो गया।
- साल 2009 में मनोरमा से शादी हुई। हवलदार के पद पर कश्मीर में तैनात था।
पत्नी मनोरमा कहती है-26 जनवरी को पति का फोन आया था,उन्होंने कहा था-''जल्द ही घर आऊंगा। बेटी बहुत याद आ रही है। अब ज्यादा दिन तुम लोगों से अलग नहीं रहा जाता।''
दुश्मनों से तो वो जंग जीत गए,लेकिन कुदरत की जंग नहीं जीत सके।
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