लखनऊ 30 दिसम्बर ( अज़हर उमरी ) राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने बताया कि आज श्री गनपत सिंह पूर्व विधायक विधानसभा पनियरा जनपद महराजगंज ने आज अपने सैकड़ों साथियों के साथ स्व0 चै0 चरण सिंह की नीतियों में आस्था एवं माननीय चै0 अजित सिंह की किसानों के प्रति समर्पित भावनाओं में विष्वास व्यक्त करते हुये राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता ग्रहण की। श्री गनपत सिंह जी ने 1989 और 1993 के विधान सभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 बीर बहादुर सिंह जी के ज्येष्ठ पुत्र श्री फतेहबहादुर सिंह जी को 2 बार हराकर विधान सभा पहुंचने में सफलता प्राप्त की।
इस अवसर पर वार्ता करते हुये डाॅ0 अहमद ने देष के प्रधानमंत्री द्वारा दी गयी समय सीमा समाप्त होने पर कहा कि विगत 50 दिन देष के लिए ऐतिहासिक होने के साथ साथ मुगल शासन की बर्बरता की याद दिलाने वाले रहे। प्रदेष का किसान अपनी फसल की बुवाई नहीं कर सका। मजदूरों की मजदूरी मिलना कठिन हो गया। हजारों उद्योग धन्धे बन्द हो गये और मजदूरों को अपना पेट एवं परिवार पालना मुष्किल हो गया। पूरा देष केवल लाइनों में खड़ा रहा और प्रधानमंत्री कालाधन ढूँढते रहे।
>> किसानों ने रबी की बुवाई के लिए बैंको से रूपया न पाने पर अपनी धान की फसल आधे दामों में बेचकर रबी की फसल के लिए खाद और बीज खरीदा क्योंकि नोटबंदी के कारण धान क्रय बंद रहे। विगत 50 दिनांें में कोई भी धन्नासेठ बैंक की लाइनों में नहीं दिखाई पड़ा। यही नहीं इसी नोटबंदी के समय प्रधानमंत्री की रैलियां हजारों करोड़ रूपया खर्च करके सम्पन्न की गई। आखिर इन पर खर्च किये जाने वाले नोट क्या पुराने थे। यदि नहीं तो क्या मजदूरों और टेन्ट आदि का भुगतान कैषलेष तरीके से हुआ इसका खुलासा होना चाहिए।
>> केवल श्री नरेन्द्र मोदी के अच्छे दिन आये जिन्हंें दिन में 4-4 सूट बदलने का अवसर मिला और विष्व भ्रमण में न0-1 का रिकार्ड बनाने वाले प्रधानमंत्री कहलाएं। भले ही उनके फैसलों ने देष की अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक ढांचे को तहस नहस कर दिया हो परन्तु उनके मन की बात आज तक समझ में नहीं आई कि देष को कहां ले जाना चाहते हैं। उनके पास तो लव जेहाद सर्जिकल स्ट्राइक, तीन तलाक जैसे नये नये शगूफे रहते हैं परन्तु देष की जनता का ध्यान इन सब लच्छेदार भाषणों से कब तक भटकाते रहेंगे।
>> राष्ट्रीय लोकदल किसान मसीहा चै0 चरण सिंह के सपनों का देष बनाने के लिए कृत संकल्प है और किसान हितों की अनदेखी करने वालों का असली मुखौटा जनता के सामने लाना हमारा परम कर्तव्य है।
>> प्रेसवार्ता में मुख्यरूप से राष्ट्रीय सचिव षिवकरन सिंह, ओंकार सिंह, मीडिया प्रभारी अनिल दुबे, प्रदेष उपाध्यक्ष हाजी वसीम हैदर, प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, प्रदेष महासचिव किरन सिंह आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।
>> किसानों ने रबी की बुवाई के लिए बैंको से रूपया न पाने पर अपनी धान की फसल आधे दामों में बेचकर रबी की फसल के लिए खाद और बीज खरीदा क्योंकि नोटबंदी के कारण धान क्रय बंद रहे। विगत 50 दिनांें में कोई भी धन्नासेठ बैंक की लाइनों में नहीं दिखाई पड़ा। यही नहीं इसी नोटबंदी के समय प्रधानमंत्री की रैलियां हजारों करोड़ रूपया खर्च करके सम्पन्न की गई। आखिर इन पर खर्च किये जाने वाले नोट क्या पुराने थे। यदि नहीं तो क्या मजदूरों और टेन्ट आदि का भुगतान कैषलेष तरीके से हुआ इसका खुलासा होना चाहिए।
>> केवल श्री नरेन्द्र मोदी के अच्छे दिन आये जिन्हंें दिन में 4-4 सूट बदलने का अवसर मिला और विष्व भ्रमण में न0-1 का रिकार्ड बनाने वाले प्रधानमंत्री कहलाएं। भले ही उनके फैसलों ने देष की अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक ढांचे को तहस नहस कर दिया हो परन्तु उनके मन की बात आज तक समझ में नहीं आई कि देष को कहां ले जाना चाहते हैं। उनके पास तो लव जेहाद सर्जिकल स्ट्राइक, तीन तलाक जैसे नये नये शगूफे रहते हैं परन्तु देष की जनता का ध्यान इन सब लच्छेदार भाषणों से कब तक भटकाते रहेंगे।
>> राष्ट्रीय लोकदल किसान मसीहा चै0 चरण सिंह के सपनों का देष बनाने के लिए कृत संकल्प है और किसान हितों की अनदेखी करने वालों का असली मुखौटा जनता के सामने लाना हमारा परम कर्तव्य है।
>> प्रेसवार्ता में मुख्यरूप से राष्ट्रीय सचिव षिवकरन सिंह, ओंकार सिंह, मीडिया प्रभारी अनिल दुबे, प्रदेष उपाध्यक्ष हाजी वसीम हैदर, प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, प्रदेष महासचिव किरन सिंह आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।
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