नागपूर : पाचगणी के ग्लोबल डोंग स्कुल की विभागीय
आयुक्त द्वारा जांच की जायेगी । जांच में दोषी पाये जाने पर उस स्कुल की मान्यता रद्द की जायेगी, यह आश्वासन आदिवासी विकास मंत्री विष्णू सवरा ने आज विधानसभा में दी।
सदस्या मनिषा चौधरी ने पूछे सवाल पर जवाब देते सवरा बोल रहे थे। सवरा ने कहा की, आदिवासी छात्रों को मूल प्रवाह में लाने के लिए उन्हें नामांकित शिक्षण संस्थां में प्रवेश दिया जाता है। इन स्कूलों में छात्रो का विशेष क्लास लिया जाता है। इन नामांकित स्कुलो को चुनकर 26 अलगअलग निकष है। इन निकशो की पूर्तता करनेवाले इंग्रजी स्कूलों में इन छात्रों को अन्य सर्वसाधारण छात्रों के बराबरी में लाने के लिए शुरुवात के तीन से छे महिने के लिए कुछ स्कुलो द्वारा पूर्व तयारी के लिए स्वतंत्र व्यवस्था की जाती है और इसके बाद अन्य बच्चों के साथ उनका क्लास में समावेश किया जाता है। नामांकित स्कुलो विभाग अधिकारी समयसमय पर मुलाकात करके जांच करते है।
सातारा जिला के पाचगणी के ग्लोबल डोंग इस स्कुल में 11 छात्रों को खरुज इस त्वचाविकार की बीमारी हुई थी। इस छात्रों पर संस्था ने तज्ज्ञ डॉक्टर द्वारा उपचार किये गये है। तथापि इन स्कूलो में आदिवासी छात्रों को अस्पृश्यते की बर्ताव की गई या कैसे, इस बारे मे विभागीय आयुक्त द्वारा इन संस्थाओ कि दुबारा जांच की जायेगी । जांच में भी यह स्कुल दोषी पाया गया तो संस्था की मान्यता रद्द की जायेगी, यह भी सवरा ने इस समय कहा। इस प्रश्न के चर्चा में सदस्य अमीन पटेल, डॉ. जयप्रकाश मुंदडा, डी.एस. अहिरे, डॉ. सुनिल देशमुख, वीरेंद्र जगताप, ॲङ आशिष शेलार, विरोधी पक्षनेते राधाकृष्ण विखे-पाटील, गणपतराव देशमुख आदी सदस्यो ने भाग लिया।
आयुक्त द्वारा जांच की जायेगी । जांच में दोषी पाये जाने पर उस स्कुल की मान्यता रद्द की जायेगी, यह आश्वासन आदिवासी विकास मंत्री विष्णू सवरा ने आज विधानसभा में दी।
सदस्या मनिषा चौधरी ने पूछे सवाल पर जवाब देते सवरा बोल रहे थे। सवरा ने कहा की, आदिवासी छात्रों को मूल प्रवाह में लाने के लिए उन्हें नामांकित शिक्षण संस्थां में प्रवेश दिया जाता है। इन स्कूलों में छात्रो का विशेष क्लास लिया जाता है। इन नामांकित स्कुलो को चुनकर 26 अलगअलग निकष है। इन निकशो की पूर्तता करनेवाले इंग्रजी स्कूलों में इन छात्रों को अन्य सर्वसाधारण छात्रों के बराबरी में लाने के लिए शुरुवात के तीन से छे महिने के लिए कुछ स्कुलो द्वारा पूर्व तयारी के लिए स्वतंत्र व्यवस्था की जाती है और इसके बाद अन्य बच्चों के साथ उनका क्लास में समावेश किया जाता है। नामांकित स्कुलो विभाग अधिकारी समयसमय पर मुलाकात करके जांच करते है।
सातारा जिला के पाचगणी के ग्लोबल डोंग इस स्कुल में 11 छात्रों को खरुज इस त्वचाविकार की बीमारी हुई थी। इस छात्रों पर संस्था ने तज्ज्ञ डॉक्टर द्वारा उपचार किये गये है। तथापि इन स्कूलो में आदिवासी छात्रों को अस्पृश्यते की बर्ताव की गई या कैसे, इस बारे मे विभागीय आयुक्त द्वारा इन संस्थाओ कि दुबारा जांच की जायेगी । जांच में भी यह स्कुल दोषी पाया गया तो संस्था की मान्यता रद्द की जायेगी, यह भी सवरा ने इस समय कहा। इस प्रश्न के चर्चा में सदस्य अमीन पटेल, डॉ. जयप्रकाश मुंदडा, डी.एस. अहिरे, डॉ. सुनिल देशमुख, वीरेंद्र जगताप, ॲङ आशिष शेलार, विरोधी पक्षनेते राधाकृष्ण विखे-पाटील, गणपतराव देशमुख आदी सदस्यो ने भाग लिया।
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