भिवंडी ( एम हुसेन ) भिवंडी के हाथी सायजिंग के बगल से पद्मानगर जाने वाले मार्ग पर स्थानीय नगरसेवक मुरली मच्छा अपने पिता के स्मरणार्थ राममंदिर प्रवेश द्वार बनकर तैयार होने के बाद एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है । इस बार विवादों का कारण बना भगवान बुद्ध की मूर्ति । बतादें कि प्रवेश द्वार के ऊपर एक तरफ भगवान बुद्ध की मूर्ति तो दूसरी तरफ भगवान मार्कण्डेय महामुनि की मूर्ति लगी हुयी है जिसका विरोध स्थानीय बुद्धिष्टों ने किया है । इनका मानना है कि मुरली मच्छर ने बौद्ध अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है । बौद्ध धर्म किसी भी अंधश्रद्धा पर विश्वास की मान्यता नही देता है जबकि नगरसेवक ने बौद्ध भगवान की मूर्ति के साथ मार्कण्डेय महामुनि की मूर्ति भी लगाई है । ज्ञात हो कि इस प्रवेश द्वार नही बनने देने के लिये स्थानीय लोगों द्वारा मनपा को कई पत्र दिये गये हैं लेकिन अपनी पहुँच के चलते व अधिकार का दुरुपयोग कर प्रवेश द्वार बनाने में सफल हो गये ,स्थानिकों का मानना है कि यह प्रवेश द्वार पूरी तरह अवैध है , मनपा अधिकारियों ने इस अवैध प्रवेश द्वार को बनाने का परमीशन कैसे दिया संशय का विषय है । उक्त संदर्भ में भिवंडी के जागरुक बुद्धिस्टों ने सहायक पुलिस आयुक्त को ज्ञापन देकर मांग की है कि नगरसेवक मुरली मच्छा पर कायदानुसार कार्रवाई करें । ज्ञापन देते समय संतोष जानू चव्हाण, एडवोकेट किरन चेन्ने ,प्रा. राजेन्द्र डोंगरदिवे ,अविनाश जाधव ,प्रबोध माने ,संदेश पवार , राकेश जाधव ,भीमराव नवगिरे , अशोक अडकणे ,अनिल वाणी आदि लोग उपस्थित थे ।
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