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सफोला लाईफ अध्ययन द्वारा भारत के सर्वप्रथम अनुसंधान-आधारित जीवन शैली के मूल्यांकन का विमोचन।
भारत को स्वस्थ जीवन शैली के लिए 68 अंक मिले।
सफोला लाईफ अनुसंधान द्वारा मुंबई के स्वस्थ जीवन शैली को 67 अंक दिये गए जबकि 71 अंकों के साथ स्वस्थ जीवन शैली के मूल्यांकन में बेंगलुरु अग्रणी रहा।


28 सितंबर, मुंबई: सफोला लाईफ द्वारा भारत के सर्वप्रथम अनुसंधान-आधारित जीवन शैली के लिए अंकों का प्रकाशन किया गया, जिसमें भारत को स्वस्थ जीवन शैली के लिए 68 अंक मिले। 71 अंकों के साथ स्वस्थ जीवन शैली के अंक में बेंगलुरु अग्रणी रहा जबकि मुंबई की स्वस्थ जीवन शैली को 67 अंक मिले।
पाँच वर्षों से सफोला लाईफ अध्ययन दिल की सेहत को प्रभावित करने वाले कारकों पर एक शोध कर रहा है। इस वर्ष सफोला लाईफ ने जीवन शैली के समग्र मूल्यांकन के माध्यम से भारत की स्वस्थ जीवन शैली का अध्ययन किया है और इस जीवन शैली के दिल की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाया गया है।

वर्ष 2016 सफोला लाईफ अध्ययन को भारत के 5 शहरों, अर्थात दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और चंडीगढ़ में आयोजित किया गया। इस अध्ययन में 30-55 साल के आयु वर्ग के 586 शहरी भारतीय पुरुषों एवं महिलाओं ने भाग लिया। सफोला लाईफ द्वारा प्रस्तुत स्वस्थ जीवन शैली मूल्यांकन को मेडिकल न्यूट्रीशन फाउंडेशन द्वारा विकसित किया गया, साथ ही इसे 3 व्यावसायिक निकायों का समर्थन भी प्राप्त हुआ — हाइपर्टेन्शन सोसायटी ऑफ इंडिया, इंडियन डायबिटीज एकेडमी तथा एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया।

सफोला लाईफ अध्ययन पर चर्चा करते हुए, प्रोफेसर शशांक जोशी, सीनियर एंडोक्राइनोलॉजिस्ट, लीलावती अस्पताल एवं अनुसंधान संस्थान, ने कहा, "समग्र स्वस्थ जीवन शैली सूचकांक तीन स्तंभों पर आधारित है, जिसमें सक्रिय बने रहना, बेहतर भोजन एवं खुश रहना शामिल हैं, और यही तीन बातें मिलकर जीवन की समग्र गुणवत्ता को निर्धारित करती हैं। वास्तव में यह एक सशक्त माध्यम है, जिससे लोगों को हृदय रोग के खतरे का पता लगाने में मदद मिलेगी, साथ ही इसकी मदद से लोग अपनी जीवन शैली को समझेंगे और उसपर नजर रखेंगे तथा अपनी प्रगति एवं जीवन शक्ति पर भी नजर रखेंगे।"

इस अध्ययन पर टिप्पणी करते हुए डॉ श्वेता रस्तोगी, मुख्य आहार विशेषज्ञ एवं जीवन शैली चिकित्सा सलाहकार, गुरु नानक अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र, ने कहा, "आहार हमारी स्वस्थ जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण घटक है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपका नाश्ता पौष्टिक तत्वों से परिपूर्ण हो। साबुत अनाज, बादाम, फलों और सब्जियों का अपने भोजन में जरुर शामिल करें। जंक फूड और संतृप्त वसा से बचकर आप सक्रिय बने रह सकते हैं।"

अध्ययन की प्रमुख बातें

जीवन शैली के लिए अंक
·         सफोला लाईफ द्वारा भारत के सर्वप्रथम अनुसंधान-आधारित जीवन शैली के मूल्यांकन अंक का प्रकाशन किया गया।
·         सफोला लाईफ अनुसंधान द्वारा मुंबई के स्वस्थ जीवन शैली को 67 अंक दिये गए जो अखिल भारतीय अंक से कम है, जबकि 71 अंकों के साथ स्वस्थ जीवन शैली के अंक में बेंगलुरु अग्रणी रहा। हालाँकि मुंबई को स्वस्थ जीवन शैली के लिए बहुत कम अंक प्राप्त हुए, फिर भी यह दिल्ली से आगे है जिसे इस सूची में सबसे कम 65 अंक मिले।
·         मुंबई के 38% लोगों को जीवन शैली के लिए 65 से कम अंक मिले, जिसे जीवन शैली के लिए न्यूनतम अंक के रूप में परिभाषित किया गया है।

जीवन शैली के लिए दिये जाने वाले अंक के भाग
·         जीवन शैली के लिए दिये जाने वाले अंक में 3 कारक शामिल हैं - बेहतर भोजन सूचकांक, प्रसन्नता सूचकांक तथा सक्रियता सूचकांक।
·         सफोला लाईफ अनुसंधान द्वारा भारत को बेहतर भोजन सूचकांक में 58 अंक, प्रसन्नता सूचकांक में 55 अंक और सक्रियता सूचकांक में 35 अंक दिये गए। यह दर्शाता है कि भारत के लोगों की आलस्यपूर्ण जीवन शैली के कारण स्वस्थ जीवन शैली सूचकांक नीचे जा रहा है।
·         भारत की तुलना में मुंबई को बेहतर भोजन सूचकांक में 51 अंक, प्रसन्नता सूचकांक में 81 अंक और सक्रियता सूचकांक में 31 अंक दिये गए। इसके विपरीत दिल्ली को बेहतर भोजन सूचकांक में 58 अंक, प्रसन्नता सूचकांक में 59 अंक और सक्रियता सूचकांक में 28 अंक दिये गए। यह मुंबई और दिल्ली के लोगों की आलस्यपूर्ण जीवन शैली को दर्शाता है, परंतु प्रसन्नता सूचकांक के मामले में मुंबई को दिल्ली की तुलना में काफी अधिक अंक मिले हैं।

हृदय के स्वास्थ्य पर जीवन शैली का प्रभाव
·         भारत: सफोला लाईफ अनुसंधान में पाया गया है कि, भारत में उच्च जीवन शैली सूचकांक वाले लोगों के बीच हृदय के स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएँ, जैसे कि कोलेस्ट्रॉल, आदि का स्तर कम है ( HLS > = 65 को न्यूनतम माना जाता है और HLS<65 को अधिकतम माना जाता है)
·         मुंबई के लिए कोलेस्ट्रॉल का स्तर एक चिंता का विषय है...40% से अधिक लोगों में इसका स्तर चिंताजनक है; जो किसी भी अन्य शहर की तुलना में अधिक है।

मुंबई के जीवन शैली सूचकांक को निर्धारित करने वाले प्रमुख कारणों की पहचान
बेहतर भोजन सूचकांक:
·         अन्य प्रमुख शहरों की तुलना में मुंबई के खाने की दर अधिक है, केवल 3% लोग बाहर खाने कभी नहीं जाते, जबकि अखिल भारतीय औसत 13% है। यह मुंबई के न्यूनतम बेहतर भोजन सूचकांक (51) को दर्शाता है, जबकि अन्य शहरों तथा अखिल भारतीय स्तर पर यह औसत 58 है।
·         59% मुंबईवासी खाने के समय पर भोजन नहीं करते हैं।
·         मुंबई में नियमित तौर पर साबुत अनाज खाने की दर भी कम है, जो 58% के अखिल भारतीय औसत की तुलना में महज 38% है।
·         मुंबई में केवल 35% लोग नियमित रूप से फलों का सेवन करते हैं, जबकि दिल्ली में इसकी दर 49% है।
·         मुंबई में हरी पत्तेदार सब्जियों की खपत दिल्ली से कम है (मुंबई में 38% है, जबकि दिल्ली में 47%)।
प्रसन्नता सूचकांक:
         मुंबई में 43% लोग 6 घंटे से कम सोते हैं, जबकि बेंगलुरु और दिल्ली में लोग अधिक घंटे के लिए सोते हैं।
         मुंबई और बेंगलुरु में लोगों के नींद की गुणवत्ता अच्छी नहीं है। मुंबई में केवल 33% लोग और बेंगलुरु में 32% लोग अच्छी नींद का आनंद लेते हैं।
         मुंबई में लोगों के शौक का स्तर 70% है जो दिल्ली के 46% से कहीं ज्यादा है।
         मुंबई में 80% लोग जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं और भविष्य के बारे में आशान्वित हैं, जबकि दिल्ली में केवल 57% लोग ऐसा करते हैं।
सक्रियता सूचकांक:
         मुंबई में केवल 36% लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, जबकि दिल्ली में 56% लोग ऐसा करते हैं।
         मुंबई में 49% लोग कार्यालय में 8 घंटे से अधिक समय बिताते हैं, जबकि बेंगलुरु में केवल 33% लोग के कार्यालय 8 घंटे से अधिक समय बिताते हैं।
         यात्रा के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना मुंबई के लोगों के बीच सक्रियता के अंक का एक बड़ा कारण है (मुंबई 62% पर है, जबकि अखिल भारतीय औसत 49% है)।
हृदय का स्वास्थ्य
·         मुंबई की लगभग आधी आबादी ने अपने बीपी और रक्त में शर्करा की मात्रा की कभी जाँच नहीं कराई है।
·         मुंबई के लिए कोलेस्ट्रॉल का स्तर एक चिंता का विषय है...40% से अधिक लोगों में इसका स्तर चिंताजनक है; जो किसी भी अन्य शहर की तुलना में अधिक है।
·         आज भी मुंबईवासी महिलाओं के हृदय से संबंधित बीमारियों से अनभिज्ञ हैं (70% लोगों को यह मिथ्या अवधारणा है कि महिलाओं को शायद ही कभी दिल की बीमारियों से जूझना पड़ता है, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर यह स्तर 51% है)।

सफोला लाईफ अध्ययन के बारे में
सफोला लाईफ सफोला द्वारा लगभग 15 वर्ष पूर्व प्रारंभ किया गया एक गैर-लाभकारी उपक्रम है। सफोला लाईफ द्वारा की गई पहल के माध्यम से स्वास्थ्य के लिए निवारक उपायों एवं पोषण से संबंधित पहलुओं को संबोधित किया जाता है, साथ ही इसके माध्यम से सटीक, विश्वसनीय एवं विशेषज्ञों के नेतृत्व में लोगों को जानकारी प्रदान करने पर भी ध्यान दिया जाता है। विगत एक दशक में सफोला ने सफोला लाईफ के माध्यम से विश्व हृदय दिवस के दौरान हृदय के स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों को जानकारी प्रदान की है। सफोला हृदय को स्वस्थ के मामले में भारत को स्वस्थ बनाने के लिए कार्यरत है तथा लोगों को अपने दिल का ख्याल रखने के महत्व पर शिक्षित करने और इस दिशा में प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है।


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