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पारंपरिक मच्छिमार सेवा समिती नें अरब सागर में
शिवस्मारक  का किया विरोध
संवाददाता
मुंबई / पारंपरिक मच्छिमार सेवा समिती ने  अरब सागर में  बनाए जाने वाले शिवस्मारक का विरोध किया है. इस मामले में अरब सागर में 
शिवस्मारक  जिस स्थान पर बनाया जाने वाला है, उस स्थान पर
मछुआरे  अपने नाव में काला झंडा लगाकर निषेध  में  समुंद्र में चक्कर लगाए जाने कि  जानकारी समिती के प्रमुख मार्गदर्शक रोहित पांडे ने दिया है. गौरतलब है की     मुंबई मराठी पत्रकार परिषद मे आयोजित पत्रकार परिषद में संबोधित कर रहे थे. शरकार की तरफ से मुंबई के अरब सागर में भव्य शिवस्मारक  बनाए जाने की योजना बनाया गया है. इसके लिए सरकार ने मच्छिमारने वालो को विश्वास मे नही लिया.
मच्छिमारने वालो  की तकलीफ को  समझा नही गया है और शिवस्मारक की योजना  बनाई गयी है. शिवस्मारक के कारण  मच्छिमारने का काम पुरी तरह  उद्ध्वस्त होने वाली है.  इसलिए  स्मारक का विरोध किया जा रहा है, यह पांडे ने कहा.स्मारक  बनायी जाने वाले स्थान पर शिण्ड, घोळ, कोता, रावस, बिल्जा, तारली,  झिंगा इस तरह अनेक प्रकार की  मच्छली मारी जाती है.स्मारक निमार्ण करने के लिए भारी पैमाने पर भराव किया जाने वाला है. तथा समुंद्र में पत्थरो की तोडफोड करते समय व  सिमेंट और  मिश्रीत केमिकल के कारण यहा का मत्स्यबीज नष्ट होने वाला है. इसलिए २५ मई को २०० मच्छी मारने वाली नाव में  काला झंडा लगाकर निषेध किया जयेगा यह जानकारी  पांडे ने दिया है  उक्त अवसर पर मच्छली  मारने वालो की सभी संस्थाए  साथ में आए यह निवेदन पांडे ने किया है।

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