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नई बस खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपये की दी गयी राशि बेस्ट ने नहीं की खर्च

दोषी अधिकारीयों की जांच करने का आदेश

संवाददाता

मुंबई । मनपा प्रशासन द्वारा वर्ष 2015-16 के बजट में नई 300 बस खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान कर बेस्ट को दिया था । किन्तु बेस्ट के इस राशि को खर्च नहीं किये जाने से पूरी राशि लेप्स हो जायेगी । बेस्ट की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के बावजूद भी 100 करोड़ रुपयों को बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की जांच कर कार्रवाई किये जाने का आदेश बेस्ट समिति अध्यक्ष अरविंद दुधवड़कर ने बेस्ट समिति की बैठक में दिया है ।

गौरतलब है कि मनपा का वर्ष 2016-17 का बजट 3 फरवरी को पेश किया गया है । इस बजट में बेस्ट की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है । मनपा द्वारा अपना ही अंग माने जाने वाले बेस्ट की अनदेखी की गयी है । बेस्ट को राज्य सरकार, केंद्र सरकार व मनपा द्वारा बिना सहारे छोड़े जाने से बेस्ट की आर्थिक स्थिति अधिक ख़राब होने से बेस्ट समिति सदस्यों की आवाज मनपा आयुक्त तक पहुँचाने के संदर्भ में सभा स्थगित करने की मांग की गयी । जिसपर चर्चा करते हुए स्थायी समिति में आयुक्त ने बजट पेश करने के दौरान बेस्ट को 10 करोड़ रुपये रुपये दिए जाने का स्पष्ट कर स्थायी समिति अध्यक्ष यशोधर फणसे को सौपा था । उस दौरान विरोध किया जाना जरुरी था बेस्ट को राम भरोसे छोड़ने से बेस्ट को खुद ही अपने पैर पर खड़ा होने की बात सदस्यों ने कही । कांग्रेस के शिवजी सिंह ने सत्ताधारियों का प्रशासन पर अंकुश न रहने से बेस्ट के लिए ऐसी परिस्थिति निर्माण होने का आरोप लगाया है । बेस्ट अपने ग्राहकों से कर वसूल कर रही है वहीँ दूसरी तरफ सभी जगह से मदद मांग रही है । जिससे बेस्ट की छवि खराब होने का सिंह ने कहा । पिछले वर्ष मिले 100 करोड़ रुपये खर्च ही नहीं किया जा सका है तो बेस्ट को कुल 355 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद मिलने से उसे खर्च कैसे किया जाएगा इसका प्रारूप है क्या ऐसा सवाल उपस्थित किया । कांग्रेस के रविराजा ने बेस्ट को आर्थिक मदद न मिले इसलिए राजनीतिक साजिश किये जाने की बात कही । बेस्ट को मिले 100 करोड़ रुपये खर्च नहीं किये गए यह बेस्ट प्रशासन व सत्ताधारियों की नाकामी होने का आरोप किया है । बेस्ट की मदद किसी के द्वारा न किये जाने से बेस्ट प्रशासन स्वतः की क्षमता पर खड़ी हो इसके लिए सदस्य के रूप में साथ रहने का आश्वासन दिया । स्थायी समिति अध्यक्ष यशोधर फणसे ने मनपा ने दिए 100 करोड़ रुपये मदद खर्च न किये जाने से प्रशासन व महव्यवस्थापक को जिम्मेदार मानते हुए निधि खर्च न करनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की । साथ ही स्थायी समिति में बेस्ट के लिए आर्थिक प्रावधान किये बिना बजट को मंजूर न किये जाने का आश्वासन दिया । मनसे के केदार होमबालकर ने 10 करोड़ रुपये दिए जाने पर सभा स्थगित करने की जो मांग की है उसे वापस लेकर प्रशासन द्वारा 100 करोड़ रुपये खर्च न किये जाने पर सभा स्थगित करने का आवाहन किया । सदस्यों द्वारा किये गए आरोपो के बाद बेस्ट महव्यवस्थापक जगदीश पाटिल ने राशि खर्च न किये जाने के पीछे कोई भी राजनीति न किये जाने का स्पष्ट किया । निविदा नवंबर महीने में निकाला गया था जिसमे एक ही ठेकेदार द्वारा भाग लिया गया था । जिसके बाद दोबारा निविदा निकाला गया किन्तु समिति ने बेस्ट के बेड़े में शामिल की जानेवाली बसों के संदर्भ में प्रस्तुतीकरण करने के लिए कहा था । जिसका प्रस्तुतीकरण किया गया है । जिससे इस सन्दर्भ समिति में जल्द निर्णय लेने पर ठेका दिया जाएगा । आयुक्त से 100 करोड़ रुपये लेप्स न होने के संदर्भ में चर्चा किये जाने का पाटिल ने स्पष्ट किया ।

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