बेस्ट कर्मचारियों को मिलेगा ५ हजार रुपये का बोनस
मोहम्मद मुकीम शेख / मुंबई
मुंबई। दीपावली के पहले इस बार बेस्ट के सभी कर्मचारियों को बोनस मिलने का रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को बेस्ट समिति की बैठक में बेस्ट कर्मचारियों को ५ हजार रुपये बोनस देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। तीन साल के बाद बेस्ट के कर्मचारियों को अब बोनस बेस्ट द्वारा दिया जाएगा ।
गौरतलब है कि ९ अक्टूबर को बेस्ट की समिति की बैठक में बेस्ट समिति के सदस्य सुहास सामंत ने प्रशासन के सामने औचित्य के मुुद्दे के तहत वर्ष २०१४-१५ में बेस्ट के कर्मचारियों को सानुग्रह अनुदान देने की मांग की थी। प्रशासन ने बेस्ट की आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देकर बोनस देने से पुरी तरह से इंकार कर दिया था। जिसके बाद बेस्ट से संबंधित ६ यूनियनों की कृति समिति ने २६ अक्टूबर से तीन दिन के लिए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी गयी थी। जिसके बाद बोनस को लेकर मातोश्री पर अक्टूवर को हुई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे बेस्ट के महाव्यवस्थापक जगदीश पाटिल, मनपा आयुक्त अजोय मेहता, महापौर स्नेहल आंबेकर, स्थायी समिति के अध्यक्ष,बेस्ट समिति के अध्यक्ष अरविंद दुधवडकर,सभागृह नेता तृष्णा विश्वासराव आदि उपस्थित थे। जहां पर बेस्ट कर्मचारियों को ५ हजार रुपये बोनस दिए जाने की बात कही गई। पर अंतिम फैसला आज होने वाली बेस्ट की बैठक में लिया गया।
इस समय कांगे्रस,राकांपा और मनसे ने मनपा कर्मचारियों के बराबर बेस्ट के कर्मचारियों को बोनस देने की मांग की। कांग्रेस के शिवजी सिंह ने कहा कि अगर बोनस देना ही है तो जिनता मनपा कर्मचारियों को दिया जा रहा है उतना दिया जाएं। वर्ष १९९२ में ५ हजार रुपये बोनस दिया गया था और आज २३ वर्ष के बाद भी ५ हजार रुपये दिया जा रहा है। जबकि इस अवधी में मंहगाई कई गुना बढ़ गई है। बेस्ट को ६७ करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। रविराजा और केदार होंबालकर ने भी उनकी बात का समर्थन किया। मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष ने यशोधर फणसे ने कहा कि बेस्ट को मनपा से सहाय्यता करती है। ३० से ३५ करोड़ मनपा बेस्ट से अनेक करों के रुप में लेती है। अगर यह भी रद्द कर दिया जाएगा तो मनपा किस तरह से सहाय्यता करेगी। इस समय जो बोनस मिल रहा है वह उचित है। राज्य सरकार से कर में छूट देने की मांग की गई है। उसके बावजूद विपक्षी दल के सदस्यों ने मनपा कर्मियों के समान बोनस दिए जाने की मांग पर अडे़ रहे। बेस्ट की व्यवस्थापक ने भी ५ हजार रुपये बोनस को मंजूरी दे दी।
उपसूचना को लेकर हुआ चुनाव
मुंबई। इस दौरान केदार होंबालकर ने इसके खिलाफ उपसूचना लाई और मांग की कि बोनस १३५०० रुपये दिया जाएं। जिसे लेकर मतदान हुआ। मतदान के दौरान पक्ष में ८ मत पड़े और विपक्ष में ७ जबकि १ सदस्य तटस्थ रहे।
मोहम्मद मुकीम शेख / मुंबई
मुंबई। दीपावली के पहले इस बार बेस्ट के सभी कर्मचारियों को बोनस मिलने का रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को बेस्ट समिति की बैठक में बेस्ट कर्मचारियों को ५ हजार रुपये बोनस देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। तीन साल के बाद बेस्ट के कर्मचारियों को अब बोनस बेस्ट द्वारा दिया जाएगा ।
गौरतलब है कि ९ अक्टूबर को बेस्ट की समिति की बैठक में बेस्ट समिति के सदस्य सुहास सामंत ने प्रशासन के सामने औचित्य के मुुद्दे के तहत वर्ष २०१४-१५ में बेस्ट के कर्मचारियों को सानुग्रह अनुदान देने की मांग की थी। प्रशासन ने बेस्ट की आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देकर बोनस देने से पुरी तरह से इंकार कर दिया था। जिसके बाद बेस्ट से संबंधित ६ यूनियनों की कृति समिति ने २६ अक्टूबर से तीन दिन के लिए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी गयी थी। जिसके बाद बोनस को लेकर मातोश्री पर अक्टूवर को हुई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे बेस्ट के महाव्यवस्थापक जगदीश पाटिल, मनपा आयुक्त अजोय मेहता, महापौर स्नेहल आंबेकर, स्थायी समिति के अध्यक्ष,बेस्ट समिति के अध्यक्ष अरविंद दुधवडकर,सभागृह नेता तृष्णा विश्वासराव आदि उपस्थित थे। जहां पर बेस्ट कर्मचारियों को ५ हजार रुपये बोनस दिए जाने की बात कही गई। पर अंतिम फैसला आज होने वाली बेस्ट की बैठक में लिया गया।
इस समय कांगे्रस,राकांपा और मनसे ने मनपा कर्मचारियों के बराबर बेस्ट के कर्मचारियों को बोनस देने की मांग की। कांग्रेस के शिवजी सिंह ने कहा कि अगर बोनस देना ही है तो जिनता मनपा कर्मचारियों को दिया जा रहा है उतना दिया जाएं। वर्ष १९९२ में ५ हजार रुपये बोनस दिया गया था और आज २३ वर्ष के बाद भी ५ हजार रुपये दिया जा रहा है। जबकि इस अवधी में मंहगाई कई गुना बढ़ गई है। बेस्ट को ६७ करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। रविराजा और केदार होंबालकर ने भी उनकी बात का समर्थन किया। मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष ने यशोधर फणसे ने कहा कि बेस्ट को मनपा से सहाय्यता करती है। ३० से ३५ करोड़ मनपा बेस्ट से अनेक करों के रुप में लेती है। अगर यह भी रद्द कर दिया जाएगा तो मनपा किस तरह से सहाय्यता करेगी। इस समय जो बोनस मिल रहा है वह उचित है। राज्य सरकार से कर में छूट देने की मांग की गई है। उसके बावजूद विपक्षी दल के सदस्यों ने मनपा कर्मियों के समान बोनस दिए जाने की मांग पर अडे़ रहे। बेस्ट की व्यवस्थापक ने भी ५ हजार रुपये बोनस को मंजूरी दे दी।
उपसूचना को लेकर हुआ चुनाव
मुंबई। इस दौरान केदार होंबालकर ने इसके खिलाफ उपसूचना लाई और मांग की कि बोनस १३५०० रुपये दिया जाएं। जिसे लेकर मतदान हुआ। मतदान के दौरान पक्ष में ८ मत पड़े और विपक्ष में ७ जबकि १ सदस्य तटस्थ रहे।
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