कालबादेवी आग में जख्मी तीसरे अधिकारी की मौत
मुंबई। पिछले 6 दिनों से मौत से लड़ रहे अग्निशमन दल के अधिकारी सुधीर अमिन की जिंदगी हार गई और वे मौत के आगोश में समा गए। ऐरोली के वर्न अस्पताल में इनका इलाज चल रहा था। कालबादेवी आग में शहीद होने वाले सुधीर अमिन अग्निशमन दल के तीसरे वरिष्ठ अधिकारी हैं।
बता दें कि 9 मई को कालबादेवी के गोकुल निवास इमारत में लगी भीषण आग को बूझाने के दौरान सुधीर अमिन घायल हो गए थे। जिन्हें ऐरोली के नेशनल बर्न अस्पलात में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। गुरुवार को दोपहर सवा चार बजे इनकी मृत्यु हो गई। अमिन की उम्र 49 वर्ष थी। अमिन के अलावा इस आग की घटना में अग्निशमन दल के अधिकारी संजय वामन राणे और महेंद्र देसाई शहीद हुए हैं। इन दोनों अधिकारों की मृत्यु इमारत का हिस्सा इनके ऊपर गिर जाने के कारण हुई। इसी आग की घटना में मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील नेसरीकर और उपमुख्य अधिकारी सुधीर अमीन भी गंभीर रुप से जख्मी हो गए थे। नेसरीकर 40 प्रतिशत और अमीन 90 प्रतिशत आग में जल गए थे। और इन दोनों का उपचार ऐ रोली के नेशनल बर्न में हो रहा था। उपचार के दौरान अमीन क ा चार बार आॅपरेशन किया गया था। परंतु 90 प्रतिशत जल जाने के कारण अमीन का शरीर इलाज में साथ नहीं दे पा रहा था। और अतंत: गुरुवार को इनकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि सुधीर अमीन को 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान बचाव कार्य करने के लिए राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया गया था। वर्ष 1989 को सुधीर अमीन अग्निशमन विभाग में नियुक्ति हुई। इस दौरान इन्होंने भायखला,चेंबूर, बांद्रा, सायन अग्निशमन केंद्रों में कार्य किया। इनके पीछे पत्नी, भाई, एक लड़का और एक लड़की है।
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