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  मुंबई में 542 इमारतें हैं अतिधोखादायक
सबसे अधिक 116 इमारतें एल वार्ड की
मोहम्मद मुकीम शेख
मुंबई। मनपा ने अधिनियम 1888 की धारा 354 के तहत मनपा क्षेत्र की कुल 542 इमारतों को अतिधोखादायक घोषित है। इन इमारतों में निजी, मनपा, म्हाडा और सरकारी इमारतें शामिल हैं। इसमें सबसे अधिक एल वार्ड कुर्ला क्षेत्र की 116 इमारतें हैं। जबकि सबसे कम सी वार्ड में 1 इमारत है।
   मनपा से मिली जानकारी के अनुसार इस इमारतों में रहनेवालों को मनपा हर बार खाली करने के  लिए कहते रहती है। परंतु अभी भी कई इमारतों में लोग रह रहें हैं। प्रशासन ने इमारतों में रहने वालों को तुरंत खाली करने का निर्देश किया है। मानसून के दौरान इन जर्जर इमारतों के गिरने की संभावना अधिक रहती है। इसके लिए प्रशासन इमारतों को खाली करवाने के लिए नोटिस देती है। पर लोग फिर भी इन्हें खाली नहीं करते हैं। कई बार तो इमारतों के गिरने के कारण लोगों की जाने भी चली जाती है। उसके बावजूद लोग खाली नहीं करना चाहते। मनपा ने जिन 542 इमारतों क ी सूची जारी की है उसमें सबसे अधिक इमारतें 116 एल वार्ड की हैं। जिसमें तीन रेलवे, सात म्हाडा तथा 106 निजी इमारतें हैं। उसके बाद घाटकोपर की 80 इमारतें अतिधोखादायक है। अंधेरी पूर्व में 46 और पश्चिम की 35 इमारतें इसमें शामिल हैं। कालबा देवी क्षेत्र में मात्र 1 इमारतें जर्जर बताई गई है, जबकि यहां पर इससे अधिक इमारतें जर्जर है। दहीसर और कांदिवली इलाकों में 38-38 इमारतें धोखादायक हैं।
     इन जर्जर इमारतों को खाली न करने वालों लोगों पर किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी खुद की रहेगी। इसके लिए मनपा जिम्मेदार नहीं होगी । यह बात भी मनपा ने इमारतों में रहनेवालों को बता दिया है। इन 542 इमारतों में से 485 इमारतें निजी, 37 मनपा, 9 सरकारी, म्हाडा की निजी 7 और रेलवे की 3 इमारतें है।
   

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